दो सौ पार को क्या मध्यप्रदेश तैयार है…?

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दो सौ पार को क्या मध्यप्रदेश तैयार है…?

मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में दो सौ पार करने का लक्ष्य बनाया है। गुजरात की तर्ज पर मध्यप्रदेश में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने की मंशा भाजपा की है। यानि कि कांग्रेस 2023 में प्रदेश में सत्ता में वापसी का सपना तो छोड़ ही दे और यह मानकर चले कि पूरे प्रदेश में उसके हालात 2018 में विंध्य की तरह होने वाले हैं। महाकौशल, बुंदेलखंड, ग्वालियर-चंबल, मालवा-निमाड़ सभी जगह कांग्रेस को दो-चार सीटें ही मिलेंगी और दो सौ पार भाजपा में प्रदेश कांग्रेस मुक्त ही नजर आएगा। हालांकि यह बात हजम कर पाना फिलहाल मध्यप्रदेश के लिए आसान नहीं है। क्योंकि प्रदेश में संगठन के मापदंड से भाजपा पूरे देश में अव्वल है। भाजपा संगठन का लोहा कांग्रेस भी मानती है। लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस संगठन की स्थिति गुजरात की तरह खराब भी नहीं है। ऐसे में दो सौ पार का लक्ष्य हासिल करना भाजपा के लिए ठीक उसी तरह आसान नहीं है, जैसे कांग्रेस का केवल पच्चीस सीटों पर सिमटना फिलहाल मुमकिन नहीं लगता। यह भी माना जा सकता है कि यदि फिर भी भाजपा दो सौ पार का लक्ष्य हासिल कर लेती है, तब कांग्रेस को आगामी समय में दूर-दूर तक जमीन नजर नहीं आएगी।
याद रखा जाएगा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का यह फैसला ...
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कटनी में आयोजित भारतीय जनता पार्टी विस्तारित प्रदेश पदाधिकारी बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शंखनाद किया है कि  2023 में मध्यप्रदेश से हम ‘‘अबकी बार 200 पार‘‘ का संकल्प लेकर राजनीतिक इतिहास बनाएंगे। किसी भी राज्य में गुजरात जितनी बड़ी प्रचण्ड जीत पहले कभी नहीं मिली। भाजपा को गुजरात चुनाव में 53 प्रतिशत वोट शेयर मिला है। मध्यप्रदेश में भी भाजपा इसी दिशा में आगे बढ़ रही है। 2023 चुनाव की दृष्टि से भाजपा 50 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर का संकल्प पूरा करते हुये गुजरात की जीत को मध्यप्रदेश में भी दोहराएगी। विष्णुदत्त शर्मा ने आर्दश संगठन के रूप में मध्यप्रदेश की पहचान को पुष्ट करते हुए बताया कि गुजरात चुनाव में मध्यप्रदेश संगठन को 37 सीटों की जबावदारी मिली। प्रदेश के 90 कार्यकर्ताओं की टीम ने इस सीटों पर चुनाव की कमान संभालते हुए 35 सीटों पर जीत हासिल की। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में लगे कार्यकर्ताओं की मेहनत ने प्रदेश संगठन का मान बढ़ाया है। सभी कार्यकर्ता बधाई के हकदार है। आज भारतीय जनता पार्टी तकनीक और संसाधनों से युक्त उत्कृष्ठ संगठन बन चुका है। हम सब मिलकर कुशाभाऊ ठाकरे जी के विचार के अनुरूप संगठन को मजबूत बनाने में लगे हैं।
निश्चित तौर पर भाजपा संगठन की उपलब्धियों का जिक्र सराहनीय है। गुजरात में हुई भाजपा की एतिहासिक जीत की तुलना भी किसी से नहीं की जा सकती है। पर दो सौ पार का लक्ष्य तय करना ठीक है, लेकिन फिलहाल मध्यप्रदेश दो सौ पार के भाजपा के लक्ष्य‌ के लिए तैयार नहीं दिखता है। क्योंकि गुजरात और मध्यप्रदेश की सियासी प्रवृत्ति में जमीन-आसमान का फर्क है। भले ही भाजपा संगठन देश में अव्वल हो और सरकार के काम गुजरात से भी बेहतर हों, पर कांग्रेस की सेहत भी मध्यप्रदेश में गुजरात से कई गुना बेहतर है…जो सत्ता में वापसी न भी कर पाए, तब भी पच्चीस सीटों पर सिमटने को फिलहाल तैयार नहीं दिखती।