LIFE LOGISTIC: स्वस्थ रहने के लिए अपने शरीर की जानकारी अवश्य सीखें
आप यदि कम पढ़े लिखे होंगे, कम पैसा होगा तो एक बार चल जाएगा लेकिन आपका शरीर यदि कमजोर है, बीमार है तो बाकी आपका जीवन बहुत तकलीफ दायक होगा। इसलिए आवश्यक है कि आप अपने शरीर की जानकारी अवश्य सीखे।
सरकार और शिक्षा विभाग को भी यह चाहिए की प्राइमरी से ही बच्चों को शारीरिक जानकारी जिसमें शरीर की रचना प्रकृति के साथ शरीर का तालमेल, शरीर के अंगों के बारे में जानकारी, शरीर के रखरखाव के बारे में जानकारी, खानपान के बारे में सब जानकारी मिलते रहना चाहिए ताकि व्यक्ति कम बीमार हो, कम तनाव में हो और स्वस्थता के साथ अपना जीवन यापन करें।
स्वस्थ शरीर के लिए प्रकृति के नियम के साथ रहना योग ध्यान मस्तिष्क के विकास के लिए स्वस्थ शरीर जरूरी है। मौसम की जानकारी परिस्थिति के साथ कैसे जीना यह सब सीखना बहुत जरूरी है। भौतिकवाद और कृत्रिम जीवन जीने से अच्छा है कि हम स्वच्छ हवा और स्वच्छ वातावरण मे जिये। खूब शिक्षा प्राप्त करो, खूब पैसा कमाओ, खूब व्यापार करो, खूब घूमो फिरो लेकिन इसके साथ-साथ अपने शरीर से खूब प्यार करो उसका खूब अच्छे से रखरखाव करो, उसके पूरी माहिती अपने रखो। यही आपके जीवन की सच्चाई है।
आज परिस्थिति यह हो गई है 1000 व्यक्ति से यदि आप सर्वे करेंगे तो 990 व्यक्ति आपको किसी ने किसी रोग से ग्रसित मिलेंगे। उन्हें कोई न कोई शारीरिक या मानसिक तनाव जरूर मिलेगा। दवाई गोली का व्यापार इतना लंबा चौड़ा हो गया है कि खाने के बराबर पैसा उसमें लगता है। अधिकतर व्यक्ति आपको ऐसे मिलेंगे की जिंदगी भर जीवन में वे रोज गोलियां खाते है। जिसमें काफी शिक्षित काफी पावरफुल काफी अरबपति भी शामिल है।
स्वस्थ शरीर जीवन का सच्चा सार है और यह सब बात बीमार होने के बाद समझ में आती है जबकि बीमार होने से पहले ही हमें समझ जाना चाहिए।
अशोक मेहता, इंदौर (लेखक, पत्रकार, पर्यावरणविद्)