महाकाल मंदिर में मोबाइल से प्रबंध समिति के खजाने में बढ़ा पैसा!
उज्जैन से सुधीर नागर की रिपोर्ट
Ujjain : महाकाल मंदिर की आय लगातार बढ़ रही है। महाकाल लोक के कारण इसमें तेजी से वृद्धि हुई है। अनुमान है कि जल्द ही आंकड़ा सालाना 100 करोड़ को पार कर जाएगा। अब महाकाल मंदिर में मोबाइल ले जाने से भी खजाने में पैसा आने लगा। पहले ही दिन 8 हजार रुपए से ज्यादा की आय हो गई।
मंदिर प्रशासन ने परिसर में मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लागू कर दिया है। मोबाइल ले जाने वालों पर 201 रुपए का जुर्माना किया जा रहा है। मंगलवार को पहले दिन 40 दर्शनार्थियों को यह फाइन देना पड़ा। 201 रुपए के मान से 8 हजार 40 रुपए की आय हुई। यह सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है।
दर्शनार्थियों के साथ आय भी बढ़ेगी
महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ने के साथ ही आय का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रबंध समिति को होने वाली आय 100 करोड़ के आंकड़े की और तेजी से बढ़ रही है। पिछले साल एक सितंबर 2021 से 15 सितंबर 2022 तक 81 करोड़ रुपये से अधिक की आय का रिकॉर्ड बन चुका है। इसके पहले 1 सितंबर 2020 से 30 अगस्त 2021 तक मंदिर में 40 करोड़ 45 लाख रुपये की आय हुई थी। अगले वित्तीय वर्ष में आय का हिसाब किताब पेश किया जाएगा। इसमें मंदिर परिसर में मोबाइल ले जाने वालों पर लगाए गए जुर्माने की राशि भी शामिल होगी।
महाकाल लोक के कारण बढ़े दर्शनार्थी
इस साल महाकाल लोक के कारण देशभर से आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि हुई है। महाकाल मंदिर को ज्यादा आय लड्डू प्रसादी से भी होती है। यहां आने वाले भक्त बेसन के लड्डू का प्रसाद ले जाते हैं। कोरोना के बाद भक्तों के लिए महाकाल मंदिर खुलने और भस्मारती की अनुमति मिलने के बाद से आय में चौंकाने वाली वृद्धि हुई। मात्र 110 दिनों में 28 जून से 15 अक्तूबर 2021 में 23 करोड़ रुपए की आय हुई है।
इस तरह बढ़ रही आय
● वर्ष 2020-22 : 1 सितंबर 2021 से 15 सितंबर 2022 तक 81 करोड़ रुपये पार
● वर्ष 2020-21 : 1 सितंबर 2020 से 30 अगस्त 2021 तक 40 करोड़ 45 लाख
● वर्ष 2017-18 : 1 सितंबर 2017 से 30 अगस्त 2018 तक 37 करोड़ पार
● वर्ष 2016-17 : 1 सितंबर 2016 से 30 अगस्त 2017 तक
28 करोड़ 62 लाख की आय हुई।