मध्यप्रदेश में मिलना चाहते हैं महाराष्ट्र के कुछ गाँव..!
श्रीप्रकाश दीक्षित की विशेष रिपोर्ट
चीन और पाकिस्तान से सीमा विवाद हमें कई युद्धों में धकेल चुका है पर अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.श्रीलंका और बंगलादेश से भी सीमा विवाद को लेकर तकरार होती .रही है.अफ़सोस यह की कई प्रदेश ही सीमा विवादों को लेकर टकराते रहते हैं.असम और मिजोरम तथा असम और मेघालय के बीच खून खराबे की घटनाओं में पुलिस के छह जवानों सहित दर्जन भर लोगों की मौत हुई है.ताजा मामला महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच विवाद का है,जहाँ भाजपा सरकारें होने से टकराव जुबानी जंग से आगे नहीं बढ़ पाया है.शोलापुर जिले के दर्जन भर गाँव कर्नाटक में विलय चाहते हैं.
इस माहौल में एक दिलचस्प खबर महाराष्ट्र के ही बुलढाना जिले से भी आई है जहाँ चार गाँव के लोगों ने वहां बुनियादी सुविधाओं के अभाव और जातिगत भेदभाव की शिकायत करते हुए मध्यप्रदेश में विलय की मांग की है.ये चार आदिवासी गाँव हैं-गोमाल एक और दो,धिंगारा और चलिस्तपरी.इन गाँवों के निवासी जाति प्रमाणपत्र ना मिलने से सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं.यह बात और है की मध्यप्रदेश सरकार ने इसे हवा ना देकर विलय से साफ़ इनकार कर दिया है.