Online Bill : बिजली के ऑनलाइन बिलों से हज़ारों परेशान!
Indore : बिजली कंपनी ने भले ही पेपरलेस बिल देना शुरू कर दिया और एसएमएस के जरिए बिजली बिल की जानकारी देना शुरू कर दी। लेकिन, बिजली कंंपनी की इस व्यवस्था से हजारों उपभोक्ता परेशान हैं। ऐसे में कंपनी के अधिकारियों को हज़ारों उपभोक्ताओं को मजबूरी में हर महीने बिजली बिल का प्रिंटआउट देना पड़ रहा है। बिजली कंपनी की ये जबरिया कार्रवाई लोगों को रास नहीं आ रही।
जब से पेपरलेस बिजली बिल दिए जा रहे हैं, तब से कई उपभोक्ता दो से तीन महीने में बिजली बिल जमा कर रहे है। इससे कंपनी के राजस्व में भी कमी आना स्वाभाविक है। कई उपभोक्ताओं की दिक्कत यह है कि उन्हें यह तक नहीं पता है कि उनके बिजली बिल की जानकारी किस मोबाइल नंबर पर आ रही है। ऐसे में जब कभी कंपनी के कर्मचारी उपभोक्ता के घर बिजली कनेक्शन काटने पहुंचते हैं, तो सबसे पहले उपभोक्ताओं का यहीं कहना होता है कि उन्हें तो बिजली बिल मिला ही नहीं, तो ऐसे में वह कैसे बिजली बिल की राशि जमा करे।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं
शहर के सिरपुर, राजेंद्र नगर, द्वारकापुरी, मालवा मिल आदि कई जोन ऐसे है जहां के बड़ी संख्या में उपभोक्ता ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करते है। ऐसे में इन उपभोक्ताओं को हर बार बिल की राशि पता करने के लिए जोन पर ही जाना होता है, तब जाकर वह जोन पर नकद राशि देकर बिजली बिल की राशि जमा करते है। शहर के कई जोन के अधिकारियों को यह पता है कि उन्हें कौन से इलाके में बिजली बिल के बारे में मौके पर जाकर उपभोक्ताओं को बताना है या बिजली बिल का प्रिंट आउट देना है। ताकि उपभोक्ता बिजली बिल की राशि जमा करे। जोन के अधिकारी ऐसा इसलिए भी करते हैं, ताकि टारगेट के हिसाब से राजस्व इकट्ठा किया जा सके यदि राजस्व इकट्ठा नहीं होता है तो कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से फटकार मिलती है।
ऑनलाइन भुगतान से छूट
जो उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन करते है उन उपभोक्ताओं को कंपनी के द्वारा 5 से 20 रुपए की छूट दी जाती है, उक्त राशि आगामी महीने के बिजली बिल में कम होती है। बड़ी संख्या में उपभोक्ता तो ऐसे भी जो काफी समय से बिजली बिल का भुगतान ऑनलाइन ही कर रहे है।