बोर्ड ने किया बड़ा फैसला, वनडे वर्ल्ड कप के लिए 20 खिलाड़ियों को किया शॉर्टलिस्ट

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बोर्ड ने किया बड़ा फैसला, वनडे वर्ल्ड कप के लिए 20 खिलाड़ियों को किया शॉर्टलिस्ट

मुंबई: भारत में वनडे वर्ल्ड कप 2023 का अक्टूबर-नवंबर के महीने में आयोजन होना है। भारतीय टीम साल 2022 के आखिरी महीने से ही वनडे क्रिकेट की तैयारियों में जुट गई है। उसी कड़ी में नए साल के पहले दिन बीसीसीआई की रिव्यू मीटिंग हुई है। इस मीटिंग में एक बड़ा फैसला जो लिया गया उसके मुताबिक 20 संभावित खिलाड़ियों का वर्ल्ड कप के लिए चुनाव कर लिया गया है। मीटिंग में आए फैसले के मुताबिक इन्हीं 20 खिलाड़ियों को पूरे साल वनडे क्रिकेट में रोटेट किया जाएगा और इसी में से एक फाइनल स्क्वॉड तैयार होगा।
रविवार 1 जनवरी को मुंबई में बीसीसीआई की रिव्यू मीटिंग हुई जिसमें अध्यक्ष रोजर बिन्नी, टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा, एनसीए चीफ वीवीएस लक्ष्मण और पूर्व चयनकर्ता चेतन शर्मा मौजूद रहे। इस मीटिंग में यो-यो टेस्ट और DEXA टेस्ट अनिवार्य करने का फैसला किया गया। वहीं क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने आगामी वर्ल्ड कप के मद्देनजर एक बड़ा फैसला करते हुए 20 खिलाड़ियों को चुन लिया है जो टीम इंडिया के वर्ल्ड कप प्लान का हिस्सा हैं। हालांकि, अभी इन खिलाड़ियों के नाम जारी नहीं किए गए हैं जो जल्द ही सामने आ सकते हैं। बोर्ड की तरफ से इसे लेकर ऑफिशियल घोषणा का भी इंतजार है।
बीसीसीआई की इस मीटिंग में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के रोडमैप के साथ बैठक के दौरान खिलाड़ी की उपलब्धता, कार्यभार प्रबंधन और फिटनेस मापदंडों के मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। पहली बार भारत पूरे वर्ल्ड कप की मेजबानी अकेले करेगा। संयोग से, भारत का आखिरी वनडे विश्व कप खिताब 2011 में घर पर ही आया था। वहीं 2013 से टीम ने कोई आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। ऐसे में तकरीबन एक दशक के इस इंतजार को खत्म करने के लिए बोर्ड अब हर कठोर कदम उठाने को तैयार नजर आ रहा है।
आईपीएल 2023 पर भी बड़ा फैसला
भारत के प्रमुख खिलाड़ियों के वर्कलोड, विशेष रूप से अक्सर चोटिल होने वाले प्लेयर्स की निगरानी आईपीएल 2023 के दौरान बीसीसीआई की राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी और आईपीएल फ्रेंचाइजी द्वारा “मिलकर” की जाएगी। यह अक्टूबर और नवंबर में होने वाले 50 ओवरों के विश्व कप और जून में होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले खिलाड़ियों के कार्यभार के प्रबंधन की बीसीसीआई की नई नीति के अनुसार है। यानी कि अब बीसीसीआई खिलाड़ियों के वर्कलोड को कम करने के लिए उन्हें आईपीएल में भाग लेने से भी रोक सकता है।