कौशल किशोर चतुर्वेदी की विशेष रिपोर्ट
मध्यप्रदेश में होने वाले चार उपचुनावों में भारतीय जनता युवा मोर्चा “एक मतदान-बीस नौजवान” (वन बूथ-ट्वेंटी यूथ) अभियाम के जरिए एक कड़ा इम्तिहान दे रहा है। इन चार उपचुनावों में भाजपा का यह प्रयोग सफल रहा, तो भविष्य में होने वाले चुनाव में युवा मोर्चा की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होगी।
आगे फिर चाहे विधानसभा चुनाव 2023 हों या लोकसभा चुनाव 2024 या फिर इस बीच होने वाले अन्य उपचुनाव या दल आधारित चुनाव, युवा मोर्चा रीढ़ की हड्डी बनकर भाजपा संगठन का मजबूत आधार बनकर परीक्षा देता रहेगा। वैसे अगर सैद्धांतिक तौर पर बात करें तो भाजपा को “एक मतदान-बीस नौजवान” मंत्र को सिद्ध करने के लिए सतत साधना की जरूरत पड़ सकती है, ताकि हर मतदान केंद्र पर समर्पित बीस नौजवान संगठन की युवा सेना बनकर जीत से कम कुछ मंजूर नहीं की तर्ज पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पार्टी के लिए चिरविजय का आशीर्वाद बन जाएं।
फिलहाल तो एक लोकसभा और चार विधानसभा उपचुनाव में युवा मोर्चा स्क्रीन टेस्ट देकर यह परिणाम सुनने के लिए तैयार रहे कि वह कितने प्रतिशत अंक लेकर उत्तीर्ण हो पा रहे हैं। और इसके आगे उन्हें और बेहतर बनने के लिए कितना कड़ा परिश्रम करने के लिए तैयार रहना होगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने शनिवार को इस अभियान की शुरुआत करते हुए भरोसा जताया कि युवा मोर्चा यूथ कनेक्ट का जो अभियान पूरे प्रदेश में चला रहा है, इसकी आने वाले समय में महत्वपूर्ण भूमिका होने जा रही है। युवाओं, नव मतदाताओं से संवाद और संपर्क करके उन्हें मतदान केंद्र तक ले जाने की युवा मोर्चा की ये पहल एक लोकसभा और तीन विधानसभाओं के उपचुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत तो दिलाएगी ही, लोकतंत्र को भी मजबूती देगी।
अभियान के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि आने वाले चुनाव में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता जिस तरह परिश्रम कर रहे हैं, उसके चलते इस चुनाव में युवा मोर्चा की महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत युवा मोर्चा हर बूथ पर 20 युवाओं को तैयार करेगा, उन्हें पार्टी की विचारधारा और सरकार की योजनाओं से संबंधित प्रशिक्षण देगा और फिर ये युवा आम लोगों तक केंद्र और राज्य सरकार की गरीब कल्याण की योजनाओं को पहुंचाएंगे।
शर्मा ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक बूथ पर जो युवा सम्मेलन होंगे, उनका आयोजन सभी 65 हजार बूथों पर चुनाव के बाद भी चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को खोजकर उन्हें देश और समाज के सामने लाने का काम कर रहे हैं, उसी तरह युवा मोर्चा भी इस अभियान में बूथ स्तर तक उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं को खोजकर उनका सम्मान करेगा। इस चुनाव में युवा मोर्चा के 65 हजार से अधिक कार्यकर्ता सक्रिय हैं और उनके परिश्रम से भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज कराएगी।
कार्यक्रम में संबोधित करते हुए चुनाव प्रबंध समिति के प्रदेश संयोजक एवं प्रदेश सरकार के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि युवा मोर्चा उपचुनावों में कड़ी मेहनत कर रहा है। मोर्चा की अपनी उपचुनाव संचालन समिति है जो विभिन्न कामों की योजना बनाती है। चुनाव क्षेत्रों के प्रभारी और सह प्रभारी पूरी ताकत के साथ कार्य कर रहे हैं व भाजपा प्रत्याशियों के लिए समर्थन जुटा रहे हैं। सिंह ने कहा कि आज का युवा मोर्चा ही कल की भाजपा है। इसलिए आज युवा मोर्चा जितना सशक्त होगा, भविष्य की भाजपा में भी उतना ही निखार आएगा।
युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार ने कहा कि उपचुनाव वाले क्षेत्रों में युवा मोर्चा 23 अक्टूबर से 51 मंडलों के 3268 बूथों पर ‘बूथ स्तरीय युवा सम्मेलन एवं सम्मान’ कार्यक्रम आयोजित करेगा। इनमें प्रतिभाशाली युवाओं का सम्मान कर संवाद किया जाएगा। उपचुनाव की दृष्टि से 558 नगर केंद्र और ग्राम केंद्र इसमें शामिल हैं। मतदान के दिन 3268 बूथों पर 65 हजार युवा मोर्चा के कार्यकर्ता बूथ पर उतरेंगे।
इनका प्रशिक्षण बूथ सम्मेलन के माध्यम से किया जाएगा। मोर्चा कार्यकर्ता राज्य और केंद्र सरकार की जनहितैषी योजनाओं को लेकर सतत जनसंपर्क कर रहे हैं। हर बूथ पर यूथ की बड़ी जिम्मेदारी है इसलिए नव मतदाताओं को जोड़ना युवा मोर्चा की प्राथमिकता है।
खैर फिलहाल तो इस नव प्रयोग से हर्षित भाजपा अपनी इस पहल को संजीवनी के रूप में देख रही है। पर युवा मोर्चा के लिए यह अग्नि परीक्षा है, जिसमें उत्तीर्ण होने पर युवा मोर्चा अध्यक्ष वैभव पवार का पावर पार्टी में बढ़ेगा, तो चुनाव प्रबंध समिति के प्रदेश संयोजक के रूप में भूपेंद्र सिंह के चुनाव प्रबंधन का मॉडल अपनी धाक जमाएगा तो देश में आदर्श संगठन के रूप में पहचानी जाने वाली मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के बतौर विष्णु दत्त शर्मा को संगठन को मजबूत करने का सपना साकार होगा।