रिहायशी इलाके में निकला 10 फीट का अजगर,वन विभाग ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा

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रिहायशी इलाके में निकला 10 फीट का अजगर,वन विभाग ने रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा

छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: शहर के महोबा रोड पर रिहायशी इलाके में अजगर निकलने से हडक़ंप मच गया। अजगर मिलने की सूचना भीड़ ने वन विभाग को दी। टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर 10 फीट का अजगर पकडक़र जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया।

● शहर में मिला अजगर, किया बिल्ली का शिकार..

जानकारी के अनुसार टौरिया मोहल्ला ह्युंडई शोरूम के सामने विशालकाय अजगर होने की सूचना वन विभाग को प्राप्त हुई। वनमण्डल अधिकारी वेणी प्रसाद दौतानिया के निर्देशन में वन परिक्षेत्राधिकारी छतरपुर विनोद अवस्थी ने वन स्टाफ के द्वारा अजगर सांप का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। अजगर द्वारा बिल्ली का शिकार किया गया था जिससे वह चलने में असमर्थ था। रेस्क्यू दौरान नाप की गई तो 10 फीट पाई गई। वन विभाग के रेस्क्यू अमले द्वारा अजगर को सुरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ा गया।

● यह रहे शामिल..

अजगर के रेस्क्यू में वन रक्षक पवन कुमार शर्मा, रजनीश द्विवेदी, बृजेन्द्र निरंजन, कमल स्थाई कर्मी शामिल रहे।

● बगैर प्रशिक्षण एवं संसाधन के जान जोखिम में डाल रहे वनकर्मी..

शहर या जंगली इलाके में जब कभी वन्य प्राणी की जान बचाने या फिर जनहानि होने से बचाव के लिए वन्य प्राणी का रेक्स्यू किया जाता है तो वनकर्मियों को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है क्योंकि न तो वनकर्मियों को रेस्क्यू के लिए प्रशिक्षित किया गया है और न ही पर्याप्त साधन विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जाते है। बड़े जंगली जानवरों का रेक्स्यू पन्ना टाईगर रिजर्व की टीम करती है फिर भी स्थानीयकर्मी जान जोखिम में डालकर अपनी ड्यूटी कर रहे है। अभी हाल ही में लुगासी के पास तेंदुआ का रेक्स्यू करते समय तेंदुआ के हमले में राजेंद्र सक्सेना वनपाल, संतोष कोंदर घायल हो गए तब वनरक्षक पवन शर्मा ने अपनी जान पर खेलकर डंडे से हमला एवं बचाव करते हुए घायल वनकर्मियों एवं स्वयं की जान बचाई थी।