भारत के पश्चिमी भाग में आखिर बन रहा है चक्रवात, मौसम के नए समीकरण बनेंगे, विश्व में कुल 7 चक्रवात क्रियाशील
दिनेश सोलंकी की खास रिपोर्ट
जैसी कि 9 अक्टूबर को ही संभावना बन रही थी जब हवाओं संग बादल चक्राकार होने लगे थे, कल देर रात ‘जूम अर्थ वेदर चैनल’ ने इसकी पुष्टि कर दी कि भारत के पश्चिम में अरब सागर में चक्रवात ने जन्म ले लिया हैं, वहीं दक्षिण महासागर में भी फिर एक चक्रवात पनप रहा है। इनसे मौसम की परिस्थितियां बदल सकती हैं। हालांकि दोनों चक्रवात की दिशा तय नहीं है, लेकिन अरब सागर वाले चक्रवात का असर भारत में पड़ रहा है, जिससे गुजरात, दक्षिण राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में बरसाती मौसम चल रहा है। दूसरी ओर दक्षिण महासागर से बादल केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक होते हुए महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश के दक्षिणी भाग में भी आ रहे हैं।
मध्य प्रदेश में पश्चिम और दक्षिण दिशाओं से बादलों की मार पड़ रही है। इसलिए पूरे प्रदेश में बादल छाए हुए हैं। आज भी कई हिस्सों में सामान्य से तेज बारिश बादलों के गड़गड़ाने के साथ होगी। याने दशहरे का मजा कई जगह किरकिरा हो सकता है।
*चक्रवातों का विवरण..*
विश्व में इस समय विभिन्न समुद्रों में 7 चक्रवात की स्थिति कायम है। इनमें से भारत के अरब और दक्षिण महासागर में 3, फिलिपींस में 1 और नॉर्थ अटलांटिक महासागर में 3 चक्रवात क्रियाशील हैं।