सौगातों भरा दिन, इंदौर सोलर सिटी विजन और खजुराहो वर्ल्ड क्लास स्टेशन…
बुधवार 3 मई 2023 को मध्यप्रदेश को दो खास सौगात मिली हैं। वर्ल्ड हैरिटेज खजुराहो में वर्ल्ड क्लास स्टेशन के मॉडल को लांच किया गया है। यह खजुराहो ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के हिस्से में शामिल बुंदेलखंड के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। बुंदेलखंड के जिलों सागर, दमोह, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़ और निवाड़ी में रेल सेवाएं तो हैं, लेकिन विश्वस्तरीय रेल्वे स्टेशन की कल्पना फिलहाल कहीं नहीं दिखाई पड़ती है। वहीं इंदौर महानगर को सोलर सिटी बनाने के लिए विजन डॉक्युमेंट पर मंथन हुआ और अमृत भी छलका है। यह पूरे मध्यप्रदेश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। भले ही सांची पहली सोलर सिटी बनने का तमगा हासिल कर गौरवान्वित कर दे, लेकिन सोलर मेगासिटी बनकर स्वच्छतम शहर इंदौर पूरे विश्व में न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश का परचम फहराएगा। वहीं स्थानों की उपलब्धियों में नेतृत्व की बड़ी भूमिका होती है। इन दो उपलब्धियों में भी खजुराहो से सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव की सोच और नेतृत्व महत्वपूर्ण है।
बात खजुराहो की करें तो विष्णु दत्त शर्मा के यहां से सांसद बनने के बाद खजुराहो लगातार चर्चा में बना हुआ है। चाहे यहां लगातार सवा सौ से ज्यादा दिनों से चल रहा सफाई अभियान हो या जी-20 की यहां हुई बैठक हो या हवाई सेवा और विकास के नए प्रतिमान हों। यहां जाने पर खजुराहो की नई तस्वीर आंखों को चकाचौंध कर देती है। और अब रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय बनने से देशी-विदेशी पर्यटकों को फील गुड होना स्वाभाविक है। फिलहाल रेलवे स्टेशन के मॉडल का प्रेजेंटेशन किया गया है और साथ ही इस मॉडल को लांच भी किया गया है। इस मॉडल से स्पष्ट है कि खजुराहो का रेलवे स्टेशन सर्वसुविधायुक्त और विश्वस्तरीय होगा। इसके साथ ही इसके भवन में बुंदेलखंड के गौरव महाराजा छत्रसाल की झलक भी दिखाई देगी। स्टेशन के मॉडल के लांचिंग के अवसर पर क्षेत्रीय सांसद के नाते विष्णु दत्त शर्मा ने खजुराहो स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए बुंदेलखंड और खजुराहो की जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रति आभार व्यक्त जताया है। वाकई खजुराहो और बुंदेलखंड की जनता के लिए यह बहुत खुशी का अवसर है। स्टेशन में जिन सुविधाओं को समाहित किया जाएगा, वो वर्तमान समय के अनुकूल और विश्वस्तरीय होंगी। इसके साथ ही इसके डिजाइन से बुंदेलखंड हृदय सम्राट महाराजा छत्रसाल के व्यक्तित्व और उनके गौरवपूर्ण इतिहास की झलक भी दिखाई देगी, यह प्रयास किए जा रहे हैं। विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि खजुराहो वर्ल्ड हैरिटेज साइट है। प्रधानमंत्री ने खजुराहो को देश की आईकॉनिक सिटीज में भी शामिल किया है और यहां एक पायलट ट्रेनिंग सेंटर भी है। खजुराहो रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त किए जाने से निश्चित रूप से खजुराहो और पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे क्षेत्र का विकास तेज होगा तथा रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। नए रेलवे स्टेशन के बन जाने से क्षेत्र के आर्थिक संसाधनों में भी वृद्धि होगी।
वहीं इंदौर को सोलर सिटी बनाने के संकल्प के साथ इंटरनेशनल सोलर डे पर सोलर सिटी का विजन डॉक्युमेंट जारी किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंदौर शहर को सोलर सिटी बनाने के संकल्प को पूर्ण करने की दृष्टि से सोलर दिवस के अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव की अध्यक्षता में सोलर सिटी को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। ‘कान्फ्रेंस ऑन मेकिंग इंदौर सोलर सिटी’ कार्यक्रम में इन्दौर शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित किये जाने के संबंध में चर्चा की गई। इस अवसर पर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंदौर शहर को सोलर सिटी बनाने के संकल्प को दृष्टिगत रखते हुए, सोलर दिवस के अवसर पर इंदौर को सोलर सिटी बनाने हेतु सोलर विजन डॉक्युमेंट व ड्रॉफ्ट पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि इंदौर हमेशा से नवाचार करता आया है। इंदौर शहर को सोलर सिटी बनाने के लिये इंदौर शहर में अभियान चलाया जाएगा। ताकि इंदौर शहर के नागरिकों को कम व्यय व सुलभ तरीके से सोलर उर्जा प्राप्त हो सके। भार्गव ने कहा कि इंदौर देश की पहली अर्बन लोकल बॉडी बना जो अपने बिजली के व्यय को कम करने के लिये ग्रीन बॉण्ड का पब्लिक इश्यू लाया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सांची देश का पहला सोलर सिटी होने जा रहा है। तब उन्होंने इंदौर को लक्ष्य दिया कि क्या इंदौर सोलर सिटी बन सकता है? उसी दिन से हमने इसकी शुरूआत की और बजट में भी इंदौर को सोलर सिटी बनाने के लिये प्रावधान किया है। इंदौर सोलर सिटी कैसे बने, क्यों आवश्यक है, यह प्रश्न महत्वपूर्ण है। आने वाले भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए, इंदौर को सोलर सिटी बनाना कितना महत्वपूर्ण है, इस पर चर्चा की गई। जिस प्रकार से स्वच्छता का आंदोलन जनता के सहयोग से चलाया गया। इसी प्रकार सेे सोलर उर्जा के लिये भी शहरवासियों के सहयोग से आंदोलन चलाया जाएगा। लोगों के बीच जाकर सोलर एनर्जी का उपयोग करने पर चर्चा की जाएगी। इन्दौर स्मार्ट सिटी द्वारा इन्दौर शहर को सोलर सिटी के रूप में विकसित किये जाने हेतु बनाई गई योजना एवं वर्तमान में शहर में स्थापित सौर संयंत्रो के आधार पर एवं इन्दौर को सोलर सिटी के रूप में विकसित किये जाने हेतु विभिन्न एजेंसियों सरकारी, प्रायवेट, एनजीओ, औद्योगिक,शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी के साथ वर्ष 2027 तक 300 मेगावॉट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित किये जाने के संबंध में चर्चा की गई। शहर में ऊर्जा के महत्व एवं उसमें किये जा रहे नवाचारों व आने वाली समस्याओं के बारे में विस्तृत चर्चा व विचार विमर्श किया गया। इसके साथ-साथ द्वितीय चरण में शहर को सोलर सिटी बनाये जाने हेतु लगने वाली तकनीकी व वित्तीय संसाधनों के बारे में चर्चा की गई। जिन विंदुओं पर गौर किया गया, उनमें सौर ऊर्जा संयंत्र को स्थापित करने में लगने वाले वित्तीय संसाधनों की आपूर्ति, सोलर रूफटाप लगाये जाने में आम नागरिकों को आने वाली समस्याओं का सरलीकरण, सौर ऊर्जा संयंत्र को स्थापित करने में एकल खिड़की सेवा का गठन, नवकरणीय ऊर्जा दल का गठन, सौर ऊर्जा उपयोग संबंध में जन जागरूकता फैलाना, समस्त सरकारी-अर्धसरकारी संस्थानों में सौर ऊर्जा का उपयोग करना, शामिल रहे।
मध्यप्रदेश के यह दोनों स्थान खजुराहो और इंदौर का विश्व मानचित्र पर विशेष स्थान है। समय के साथ-साथ इनके स्वरूप में भी चार चांद लगते जा रहे हैं। इक्कीसवीं सदी में खजुराहो का वर्तमान स्वरूप देखकर मन प्रसन्नता से भर जाता है। स्वच्छ और विकास भरा खजुराहो नई कहानी सुनाता नजर आता है। वहीं इंदौर ने अपने नवाचारों और स्वच्छता के कीर्तिमान बनाकर पूरी दुनिया को अचंभित कर दिया है। इंदौर का उपलब्धियों का आसमान छूने का सफर जारी है। सांसद विष्णु दत्त शर्मा और महापौर पुष्यमित्र भार्गव की सृजनात्मक सोच की बदौलत खजुराहो और इंदौर नई तस्वीरें गढ़ते जा रहे हैं…बात केवल वर्ल्ड क्लास स्टेशन और सोलर सिटी डॉक्युमेंट विजन तक सीमित नहीं है।