
इंदौर के स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने लैटिन अमेरिका से पहुंचा 4 देशों का प्रतिनिधि मंडल
इंदौर: स्वच्छता के क्षेत्र में विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना चुके इंदौर ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया है। लैटिन अमेरिका के चार देशों—ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर और ग्वाटेमाला—का एक प्रतिनिधि मंडल इंदौर के अनूठे स्वच्छता मॉडल का अध्ययन करने शहर पहुंचा।
इस मंडल में शामिल अधिकारियों और विशेषज्ञों ने इंदौर की कचरा प्रबंधन प्रणाली को करीब से समझने की इच्छा जताई।
आज, 2 सितंबर 2025 को इंदौर नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने रेसिडेंसी कोठी में विदेशी प्रतिनिधि मंडल से सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर अपर आयुक्त श्री रोहित सिसोनिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। आयुक्त श्री वर्मा ने मेहमानों को इंदौर की स्वच्छता यात्रा के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, कचरे का पृथक्करण (सेग्रीगेशन), पुनर्चक्रण (री-सायक्लिंग), और कचरे से मूल्यवर्धन (वैल्यू एडिशन) की प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला।
प्रतिनिधि मंडल ने इंदौर के गोबर्धन बायो-सीएनजी प्लांट और ट्रेंचिंग ग्राउंड का दौरा किया, जहां शहर के कचरे से मीथेन गैस निकालकर सीएनजी का उत्पादन किया जाता है। मंडल ने इंदौर की नवीन तकनीकों, सतत विकास के प्रयासों और कचरे से ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया की जमकर सराहना की।
लैटिन अमेरिकी प्रतिनिधियों ने कहा, “इंदौर का स्वच्छता मॉडल न केवल भारत बल्कि समस्त विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल है। हम इस मॉडल को अपने देशों में लागू करने की संभावनाओं पर विचार करेंगे।”
यह दौरा इंदौर के स्वच्छता मॉडल की वैश्विक स्वीकार्यता को रेखांकित करता है और शहर की ‘स्वच्छता राजधानी’ के रूप में प्रतिष्ठा को और मजबूत करता है।





