
CM Dr Mohan Yadav की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर राज्यभर में भव्य आयोजन की तैयारी शुरू
BHOPAL: राजधानी स्थित मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक आयोजित हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्षगांठ और आगामी 15 नवंबर को होने वाले ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के राज्यव्यापी आयोजनों की रूपरेखा पर विस्तृत समीक्षा और दिशा-निर्देश तय करना था।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में कहा कि “भगवान बिरसा मुंडा केवल एक जननायक नहीं, बल्कि जनजातीय समाज के गौरव, स्वाभिमान और स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा के प्रतीक हैं।” उन्होंने कहा कि यह अवसर प्रदेश के जनजातीय समाज की संस्कृति, परंपराओं, वीरता और योगदान को जन-जन तक पहुंचाने का एक स्वर्णिम अवसर है।

बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के आयोजन इस प्रकार किए जाएं, जिससे जनजातीय समाज की अस्मिता, संस्कृति और गौरवशाली इतिहास का सम्मानपूर्वक प्रदर्शन हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक जिले और जनजातीय बहुल क्षेत्रों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनियां, परंपरागत नृत्य, शौर्य यात्राएं और जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन आयोजनों के माध्यम से आने वाली पीढ़ियों को अपने महान पूर्वजों के संघर्ष और बलिदान से प्रेरणा लेने का अवसर मिलेगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि राज्यभर में होने वाले इन कार्यक्रमों में जनजातीय समाज की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि यह आयोजन जन-जन का उत्सव बन सके।
इस दौरान बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उईके, कैबिनेट मंत्री कुंवर विजय शाह, महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया, मंत्री सम्पतिया उइके, मंत्री नागरसिंह चौहान, राज्यमंत्री राधा सिंह सहित अनेक वरिष्ठ मंत्री, जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में यह भी तय किया गया कि राज्यभर में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि, जनजातीय कलाकारों के सम्मान समारोह, और ‘गौरव पदयात्रा’ जैसे आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे। इसके साथ ही जनजातीय युवाओं को स्वरोजगार, शिक्षा और उद्यमिता से जोड़ने वाले कार्यक्रमों को भी प्रमुखता दी जाएगी।
“भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती केवल स्मरण का नहीं, बल्कि आत्मगौरव और जनजागरण का पर्व है- यह प्रदेश की आत्मा को उसके जनजातीय संस्कारों से जोड़ने का अवसर है।” -डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन





