

देश के सभी प्रमुख मंदिरों का विशाल महासम्मेलन/महाकुंभ तिरुपति में आयोजित हुआ
मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर । अब प्राचीन दशपुर के प्रसिद्ध अष्टमुखी श्री पशुपतिनाथ महादेव की ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होरही है । देश और विदेश के आकर्षण का केन्द्र बन रही विशाल एक पत्थर से बनी अद्वितीय प्रतिमा के चित्र मय विवरण के आलेख में प्रकाशित हुआ है ।
दक्षिण के आन्ध्र प्रदेश तिरुपति में संपूर्ण भारत देश में स्थित सभी मंदिरों और उससे जुड़े प्रबंधन का एक विशाल महासम्मेलन/ महाकुंभ (temple convention expo) आयोजित हुआ।
तिरुपति देवस्थानम आन्ध्र से सम्मेलन में भाग लेकर लौटे मंदसौर श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर समिति प्रबंधक श्री राहुल रुनवाल ने बताया कि मंदिर महाकुंभ सम्मेलन का शुभारंभ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू, गोवा के मुख्यमंत्री श्री प्रमोद सावंत एवं विशिष्ट जनों के आतिथ्य में हुआ।
इस सम्पूर्ण कार्यक्रम की प्रशंसा एवं शुभकामनाएं स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा पत्र लेख कर की गई।
देश के मंदिरों का यह महाकुंभ 3 दिन 17 फरवरी, 18 फरवरी और 19 फरवरी तक आशा कन्वेंशन सेंटर, तिरुपति में किया गया। यह संपूर्ण प्रशिक्षण एवं परस्पर जानकारी साझा भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय सहयोग से टेंपल कनेक्ट ITCX2025 द्वारा किया गया ।
जहां मंदिर व्यवस्थाओं को बेहतर, सरल , सुविधाजनक एवं आधुनिक बनाए जाने संबंधित जानकारी साझा की गई। पूरे आयोजन का मूल उद्देश्य मंदिरों को आपस में जोड़ना एवं व्यवस्थाओं को मजबूत बनाना शामिल है।
मंदिरों के इस महाकुंभ सम्मेलन ITCX2025 की मैगजीन में भारत के चिन्हित विशेष 25 मंदिरो के आर्टिकल लिए गए हैं ।इसमें मंदसौर के अद्वितीय अष्टमुखी श्री पशुपतिनाथ प्रतिमा व मंदिर के विवरण सहित आलेख का चयन किया गया।
इस विशाल सम्मेलन में मंदसौर जिले से मंदिर प्रबंध समिति राजस्व अधिकारी तहसीलदार श्री विनोद शर्मा एवं मंदिर प्रबंधक श्री राहुल रुनवाल द्वारा सहभागिता की गई।
इस विशेष उपलब्धि पर मंदिर समिति अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर श्रीमती अदिति गर्ग ने सोशल मीडिया पोस्ट माध्यम से भी जानकारी साझा की है ।
श्री रुनवाल ने बताया कि इस मौके पर मंदसौर में निर्माणाधीन प्रथम चरण पशुपतिनाथ लोक के बारे में जानकारी साझा की और विभिन्न मंदिरों के प्रबंधन से जुड़े महानुभावों को दर्शन के लिये आमंत्रित भी किया है ।