
A Melodic Fusion of Sur and Taal : सुर और ताल की जुगलबंदी से चहक उठा गुलाब चक्कर, सिंगरों की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए श्रोता!
Ratlam : इस नवश्रृंगारीत और जिले की अद्वितीय धरोहर को रतलाम की अवाम के लिए एक उम्दा प्लेटफार्म प्रदान करने वाले तत्कालीन कलेक्टर श्री राजेश बाथम, जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के जिला योजना अधिकारी बालकृष्ण पाटीदार, सहायक जिला परियोजना अधिकारी अरुण पाठक तथा समन्वयक अश्विन कुमार शुक्ला के प्रयासों से संगीत साधकों व योग प्राणायाम करने वालों को एक ऐसा मंच मिला जिस पर प्रारंभ से आज तक तकरीबन 150 से अधिक संगीतमय कार्यक्रमों की जुगलबंदी से संगीत प्रेमियों ने आनन्द लेकर माहौल को खुशनुमा बनाया तो प्रातः काल 6-30 बजे से 7-30 बजे तक योग प्राणायाम की क्लास में योग प्राणायाम करने वाले लाभ ले रहें हैं। आज के समय में यह रंगमंच जिले का अद्वितीय रंगमंच बन चुका हैं जिसका श्रेय जिला प्रशासन की टीम को जाता हैं यह बात मुख्य अतिथि रमेश सोनी ने कही।

रविवार को जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद जिला रतलाम के तत्वावधान तथा बी आर म्यूजिकल ग्रुप के बेनर तले शहर के नवश्रृंगारीत, गुलाब चक्कर में संगीत निशा आयोजित की गई थी जिसमें ख्यातनाम सिंगर्स ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर माहौल को खुशनुमा बना दिया। मुख्य अतिथि रमेश सोनी (पत्रकार), विशेष अतिथि योगगुरु डॉ मजावदिया थे। संगीत निशा के सूत्रधार हरीश गेहलोत ने बताया कि तकरीबन 3 से 4 घंटे चली संगीत निशा में 13-14 गायक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी।

जिनमें मुख्य रूप से सिंगर्स शैलेन्द्र तिवारी (समाजसेवी), त्रकधा ग्रुप के संस्थापक देवसर, आशीष मिश्रा, राकेश बोरिया, सेहरीश फातिमा, हेमा गेहलोत, अश्विन कुमार शुक्ला,(समन्वयक), रतन चौहान, मनीष बारोड़, कृष्णकांत महावर, गीता बोरासी, मीना महावर, शिक्षाविद् सुनील निरंजनी, शिक्षाविद् अशोक मेहता, तथा नरेंद्र खरे आदि ने अपने-अपने अंदाज से गीत सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत निशा के समापन पर अतिथि रमेश सोनी, डॉ मजावदिया तथा देवसर का शाल-श्रीफल से अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम में श्रोताओं को भाव विभोर करते हुए संचालन आशीष मिश्रा ने तथा आभार कार्यक्रम संयोजक हरीश गेहलोत ने माना!





