वन बल प्रमुख की अगुवाई में चीता प्रोजेक्ट को लेकर 17 और 18 मई को कूनों में होगी समीक्षा बैठक

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वन बल प्रमुख की अगुवाई में चीता प्रोजेक्ट को लेकर 17 और 18 मई को कूनों में होगी समीक्षा बैठक

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डीम चीता प्रोजेक्ट को लेकर वन्य प्राणी शाखा कूनो को लेकर पहले से ज्यादा गंभीर हो गई है। दक्षिण अफ्रीका के डेलीगेट द्वारा चीता कूनो और गांधी सागर अभयारण्य का निरीक्षण करने के बाद वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव की अगुवाई में वाइल्ड लाइफ शाखा के अधिकारी कूनों में चल रहे विकास कार्य को लेकर 17 और 18 मई को समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं। वन्य प्राणी शाखा ने समीक्षा बैठक में शामिल होने के लिए समय- समय पर वाइल्ड लाइफ शाखा में काम करने वाले अधिकारियों को शामिल किया है। को लेकर 8 आईएफएस अधिकारियों को बैठक में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है।

वन बल प्रमुख असीम श्रीवास्तव ने बताया कि कूनो में चीता प्राजेक्ट को शुरू हुए 20 माह हो चुका है। मौजूदा समय में चीता प्रोजेक्ट का काम संतोषजनक है। इसी को देखते हुए कूनो में दो दिवसीय बैठक रखी गई है। 20 महीने के दौरान कूनों में क्या काम हुआ इसकों लेकर चर्चा होगी।

*_गर्मी और बरसात में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत-_* 

दक्षिण अफ्रीका का डेलीगेट कूनो और गांधी सागर का निरीक्षण करने के बाद वन्य प्राणी शाखा के अधिकारियों को सुझाव दिया था कि गर्मी और बरसात में चीता को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। बरसात में शावक चीता को इंफेक्शन न हो इसको लेकर विशेष इंतजाम किया जाए। अभयारण्य में सिंगल फेसिंग की बजाए डबल फेसिंग कराई जाए। विभाग से जुड़े लोगों का कहना है कि अफ्रीकी डेलीगेट के सुझाव के बाद वन विभाग चीता प्रोजेक्ट को लेकर सक्रिय हुआ है।

 *बरसात के बाद आएंगे 20 चीते-* 

प्रदेश में चीतों के लिए बन रहा दूसरा घर गांधी सागर अभयारण्य पूरी तरह से तैयार है। अफ्रीकी डेलीगेट ने गांधी सागर अभयारण्य में चल रहे काम को संतोषजनक बताया था। वाइल्ड लाइफ शाखा के अधिकारियों ने बताया कि बरसात के बाद दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते कभी भी आ सकते है। केंद्र सरकार इसको लेकर योजना बना रही है। इस मामले को लेकर दक्षिण अफ्रीका से बातचीत अंतिम दौर में है। पिछले साल गर्मी और बरसात में कुछ चीतों के मरने के बाद केंद्र सरकार चीता प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर हो गई है।