MP में रोड एक्सीडेंट को रोकने लाया जा रहा सेफगार्ड सिस्टम,AI तकनीक पर आधारित वीडियो एनालिसिस, फेसियल फॉरेंसिक का होगा इस्तेमाल

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MP में रोड एक्सीडेंट को रोकने लाया जा रहा सेफगार्ड सिस्टम,AI तकनीक पर आधारित वीडियो एनालिसिस, फेसियल फॉरेंसिक का होगा इस्तेमाल

भोपाल: जनता की सुरक्षा और सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस सेफगार्ड एमपी को लगाने का प्रस्ताव बना चुकी है। सेफगार्ड सबसे एडवांस पब्लिक सेफ्टी और ट्रैफिक रेगुलेशन सिस्टम होगा। इस सिस्टम में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) तकनीक पर आधारित वीडियो एनालिसिस, फेसियल फॉरेंसिक और अन्य अगली पीढ़ी की तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। यह सिस्टम शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में काम करेगा। तेजी गति से चलने वाले वाहनों को पकड़ने के लिए स्पीड ट्रैप कैमरे प्रदेश भर में लगाए जाएंगें।

सड़क हादसे कम करेगा सेफ गार्ड

प्रस्तावित योजना में बताया गया है कि मध्यप्रदेश में हर साल 55 हजार के आसपास होने वाले रोड एक्सीडेंट में लगभग 15 हजार लोगों की मौत हो जाती है। इनमें ज्यादातर हादसे तेज रफ्तार के कारण होते हैं। इन हादसों को रोकने के लिए सेफगार्ड सिस्टम के तहत करीब 7500 हाइवे लोकेशनों पर दोनों दिशा की सड़कों को कवर करते हुए तेज रफ्तार वाहनों की पहचान की जाएगी। हाइवे के ब्लैकस्पॉट्स पर होने वाले जानलेवा हादसों को काबू किया जाएगा। इसके अलावा यह सिस्टम बिना हेलमेट पहनकर दो पहिया वाहन चलाने वालों की पहचान करेगा। उन वाहनों को भी चिंहित करेगा जिनकी हेड लाइट और टेललाइट खराब है। सिस्टम आटोमेटिक ऐसे वाहनों की पहचान करके नियमों का उल्लंघन करने वालों की जानकारी सबूत के साथ पुलिस तक पहुंचाएगा। ड्यूल इम्पैक्ट सिस्टम मौजूदा कैमरों से आने वाली फीड को और बेहतर विश्लेषण के साथ प्रोसेस कर पाएगा।

दूसरे संस्थानाओं से आने वाली फीड भी जुड़ेगी

सेफ गार्ड में यह विशेषता भी होगी कि वह रेलवे पुलिस, नेशनल हाईवे अथॉरिटी आॅफ इंडिया (एनएचएआई), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीआरडीसी) और मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण (एमपीआरआरडीए) आदि की फीड भी अपने सिस्टम से जोड़ सकेगा। इसके अलावा सिस्टम में पूरे प्रदेश के कैमरा फीड्स को एक साथ जोड़ने की क्षमता होगी। इमरजेंसी और आपदा जैसी परिस्थितियों में वास्तविक समय में समन्वय, डेटा शेयरिंग, लाइव फीड प्रोजेक्शन और भविष्यवाणी आधारित क्षमता को काफी मजबूत बनाएगा। सेफ गार्ड हाई टेक्नोलॉजी को इस प्रकार जोड़ेगा कि सार्वजनिक स्थानों पर कानूनों का बेहतर पालन हो और गंभीर सड़क हादसों में कमी लाई जा सके।

एक लाख स्थानों पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

सेवगार्ड सिस्टम को लेकर पूरे प्रदेश में सर्वे किया जा चुका है। उस आधार पर सेफगार्ड के तहत प्रदेश में एक लाख सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जिसमें 15000 संवेदनशील स्थान चिंहित किए गए हैं। हाइवे की 7500 लोकेशन पर दोनों दिशाओं में 15000 स्पीड ट्रैप कैमरे। प्रदेश के 2000 उन चौराहों और जंक्शनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे जहां रोड एक्सीडेंट और अव्यवस्थाओं की आशंका बनी रहती है। ट्रैफिक सिग्नल और नियमों का उल्लंघन करने वालों को पकड़ने की व्यवस्था होगी।