प्रधानमंत्री नंरेंद्र मोदी का एक बयान चर्चा में-‘आने वाले समय में डिग्री जरूरी नहीं’

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शिक्षा ज्ञानउचित आचरणतकनीकी दक्षताविद्या आदि को प्राप्त करने की प्रक्रिया को कहते हैं। शिक्षा में ज्ञानउचित आचरण और तकनीकी दक्षता, शिक्षण और विद्या प्राप्ति आदि समाविष्ट हैं। इस प्रकार यह कौशलों (skills), व्यापारों या व्यवसायों एवं मानसिकनैतिक और सौन्दर्यविषयक के उत्कर्ष पर केंद्रित होती है.शिक्षित होना सबसे ज्यादा जरूरी है. कहते हैं पढ़ाई और अच्छी डिग्री रखने वालों को ही किसी संस्थान में अच्छे पद पर नौकरी मिलती है.

प्रधानमंत्री नंरेंद्र मोदी का एक बयान चर्चा में है. अहमदाबाद के पास एक शैक्षिक परिसर का उद्घाटन करने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि भविष्य में, अगर किसी छात्र के पास कोई डिग्री नहीं है, लेकिन कुछ कौशल ​​है तो वह अच्छी नौकरी हासिल कर सकता है.

पीएम मोदी रविवार से गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. गुजरात में अहमदाबाद के छरोडी के पास मोदी शैक्षणिक संकुल की स्थापना मोढ वणिक मोदी समाज द्वारा की गई है. यहां कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि, वे समाज ही सफल होंगे, जो शिक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं.

कौशल विकास पर जोर

प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं जोर देना चाहता हूं कि शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने वाले समाज ही सफल होंगे. युवाओं के लिए शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करना सफलता के मुख्य तरीकों में एक है.” उन्होंने कहा, “हालांकि हमारे लोगों को देर हो चुकी है, लेकिन हम सही रास्ते पर हैं.”

मोदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि अधिक संख्या में युवा मेडिकल, इंजीनियरिंग और ऐसे अन्य विषयों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. साथ ही, मैं कौशल विकास के महत्व पर भी जोर देना चाहता हूं. भविष्य में, अगर किसी छात्र के पास कोई डिग्री नहीं है, लेकिन कुछ कौशल ​​है तो वह पर्याप्त होगा. अगर कोई बच्चा पढ़ना नहीं चाहता तो हमें उसे कुछ कौशल सिखाना चाहिए.”

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ऐसी जाति के लिए अच्छी उपलब्धि है, जिसकी संख्या कम है और जिसके सदस्य ज्यादातर मध्यम वर्ग के हैं. मोदी ने कहा कि वह भाग्यशाली हैं कि उनकी जाति के सदस्य किसी भी प्रकार के कार्य के लिए उनके पास नहीं आए, जबकि उनके बीच का व्यक्ति गुजरात में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहा और दूसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए चुना गया है.

इस दौरान PM Modiके बड़े भाई सोमाभाई मोदी मंच पर मौजूद थे और वह अपनी जाति के नेताओं में से एक हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को महेसाना जिले के मोढेरा में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि गुजरात की जनता उनकी जाति और राजनीतिक पृष्ठभूमि को देखे बिना उन्हें पिछले दो दशक से आशीर्वाद देती आ रही है और उन पर भरोसा जताया है.