मतदान बढ़ने अबे भाजपा का तीसरे और चौथे चरण पर फोकस, विशेष रणनीति!
भोपाल: गुरु के अस्त होने के अब लोकसभा चुनाव के अगले चरण के मतदान का प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद जाग सकती है। दरअसल अब तक दो चरण के हुए मतदान में यह सामने आया है कि शादी समारोह ज्यादा होने के कारण वोटिंग पर असर पड़ा है। मध्य प्रदेश में अब तक 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुका है। इन सभी सीटों पर पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार कम मतदान हुआ है।
कम मतदान ने भाजपा की चिंता को बढ़ा दिया है, तीसरे और चौथे चरण में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किए जाने की रणनीति बनाई गई है।
दूसरे चरण के मतदान के बाद प्रदेश भाजपा दफ्तर में मुख्यमंत्री सहित अन्य पदाधिकारियों ने समीक्षा की तो यह सामने आया कि जिन सीटों पर चुनाव थे, वहां पर 18, 19, 25 और 26 अप्रैल को बहुत शादियां थी, लोग अपने घरों पर नहीं थे। ऐसे में उन्होंने वोट नहीं डाला। वहीं यह भी सामने आया कि फर्स्ट टाइम वोटर भी कम वोट डाल रहे हैं। इस पर भी यह सामने आया कि ये स्टूडेंट अपनी पढ़ाई करने के लिए बाहर गए हुए हैं, जबकि वोटर लिस्ट में उनका नाम अपने परिजनों के साथ में जुड़ा हुआ है। ऐसे में फर्स्ट टाइम वोटर्स भी कम संख्या में वोट कर रहे हैं। इसके अलावा भी कुछ और कारण भी सामने आए, उन पर भी विचार किया गया।
अब जागी उम्मीद
अब शादियों को मुहूर्त मई और जून महीने में नहीं हैं। मई और जून के महीने में गुरु अस्त हैं। गुरु के अस्त होने पर शादी के मुहूर्त नहीं होते हैं। आखिरी मुहूर्त 26 अप्रैल को था, अब जुलाई के महीने में मुहूर्त आएगा। यानि अब शादियों के सीजन फिलहाल दो महीने नहीं रहेगा। ऐसे में अब भाजपा अपने कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं को सक्रिय कर मतदान का प्रतिशत बढ़ाने पर जोर देगी।