परिवहन मंत्री ने कहा ‘ड्राइवरों की सेहत और सड़क हादसों को रोकने के लिए यह जरूरी!’
New Delhi : दो साल बाद ट्रक ड्राइवरों के लिए एयर कंडीशन केबिन अनिवार्य हो जाएगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को यह घोषणा की। सरकार ने यह फैसला देश के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में लागत कम करने, लंबी यात्रा के दौरान ड्राइवरों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत असर को कम करने और सड़क हादसों को रोकने के लिए किया है।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि जब मैं मंत्री बना तो मुझे लगा कि 44 से 47 डिग्री टेम्प्रेचर में कैसे ड्राइवरों की हालत खराब होती होगी। मैंने AC केबिन का प्रस्ताव दिया तो कुछ लोगों ने ये कहकर विरोध किया कि इससे कॉस्ट बढ़ेगी। लेकिन, अब फाइनली मैंने इस आशय के आदेश पर दस्तखत कर दिए है। 2025 से हर ट्रक का कैबिन AC होगा।
ट्रक बनाने वाली वॉल्वो जैसी वैश्विक कंपनियां पहले से AC केबिन बना रही हैं। भारत में कई साल से इस पर बहस होती रही है और अब भारतीय कंपनियों के लिए 2025 से एसी केबिन बनाना अनिवार्य कर दिया गया।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की कि उन्होंने ट्रक ड्राइवरों के एसी केबिन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अधिकारियों का कहना है कि इंडस्ट्री को अपग्रेड करने के लिए 18 महीने का समय जरूरी है। सड़क
परिवहन मंत्रालय ने 2016 में पहली बार यह प्रस्ताव आगे बढ़ाया था।
सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि ड्राइवर्स की वर्किंग कंडीशन में सुधार की जरूरत है। ज्यादा ड्राइविंग स्कूल खोलकर ड्राइवरों की कमी को दूर करने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे। देश में ट्रक ड्राइवरों को सरकार का ये कदम काफी राहत देने वाला हो सकता है, जो हर मौसम में हर दिन करीब 14-16 घंटे ड्राइविंग सीट पर बिताते हैं।
उन्होंने कहा कि ड्राइवरों की कमी की वजह से भारत में मौजूद ड्राइवर्स 14-16 घंटे काम करते हैं। जबकि, दूसरे देशों में ट्रक डाइवरों के काम करने का समय फिक्स है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है, ऐसे में लॉजिस्टिक सेक्टर काफी अहम है और भारत के एक्सपोर्ट को बढ़ाने के लिए लॉजिस्टिक की लागत को कम करना काफी जरूरी है।
ट्रांसपोर्ट सेक्टर का अहम योगदान
नितिन गडकरी ने कहा कि देश में ट्रांसपोर्ट सेक्टर में ड्राइवर का सबसे बड़ा रोल है। क्योंकि, भारत की इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ने वाली इकोनॉमी में से एक है और ऐसे में ट्रांसपोर्ट सेक्टर में खासा ध्यान देना जरूरी है। ट्रक ड्राइवर्स के काम करने की स्थिति और मनोस्थिति को समझना जरूरी है और इसके लिए काम करना भी जरूरी है।
हर 50 किमी पर एमिनिटी सेंटर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में हजार-हजार किलोमीटर तक कोई टॉयलेट और वॉशरूम नहीं होते। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र देश के सभी नेशनल हाईवे पर सुविधाओं को बेहतर बनाने की पूरी कोशिश कर रहा है। इसके लिए परिवहन मंत्रालय 570 रोड साइड एमेनिटीज बना रहा है। इनमें 170 के लिए टेंडर भी दिए जा चुके हैं और काम भी शुरू हो गया। इस साल के अंत तक ये काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका टारगेट राजमार्ग के हर 50 किलोमीटर पर एक सुविधा केंद्र बनाने का है।