ACB Raid: पूर्व सिंचाई प्रमुख मुरलीधर राव की करोड़ों की संपत्ति का खुलासा, जांच में जुटी एजेंसियां

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ACB Raid: पूर्व सिंचाई प्रमुख मुरलीधर राव की करोड़ों की संपत्ति का खुलासा, जांच में जुटी एजेंसियां

आलीशान विला, महंगे फ्लैट, 11 एकड़ कृषि भूमि, मर्सिडीज सहित लग्जरी कारें, सोने-चांदी के गहने, लाखों की नकदी और कई निवेश दस्तावेज बरामद

हैदराबाद से रुचि बागड़देव की रिपोर्ट

हैदराबाद: तेलंगाना में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम को उस वक्त नई धार मिली जब एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बुधवार को सेवानिवृत्त इंजीनियर-इन-चीफ मुरलीधर राव के ऊपर आय से अधिक संपत्ति के मामले में व्यापक छापे मारे। प्रदेश में सरकारी अधिकारियों की संपत्ति और प्रोजेक्ट्स में भ्रष्टाचार को लेकर जनता पहले से ही चिंतित थी, ऐसे में मुरलीधर राव के घर, ऑफिस और अन्य ठिकानों पर छापेमारी ने शासन-प्रशासन में हलचल मचा दी है। कलेश्वरम लिफ्ट इरिगेशन जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर राव समेत कई अफसर पहले से ही जांच के दायरे में थे।

क्या-क्या मिला छापे में:

1- हैदराबाद, करीमनगर, जहीराबाद में आलीशान विला, लग्जरी फ्लैट और कमर्शियल प्रॉपर्टी
2- 11 एकड़ कृषि भूमि, 6500 वर्ग गज ओपन प्लॉट
3- महंगी गाड़ियां- मर्सिडीज बेंज समेत 3 लक्ज़री कारें, बड़ी मात्रा में सोने-चांदी के गहने, लाखों रुपये नकद
4- जहीराबाद में 2 KW सोलर पावर प्रोजेक्ट, कई निर्माणाधीन बंगले और जमीन के कागजात
5-सरकारी नौकरी में रहते अलग-अलग फर्जी कंपनियों के नाम पर निवेश और संपत्तियां

ताजा अपडेट के मुताबिक, ACB अधिकारियों की शुरुआती जांच से खुलासा हुआ है कि मुरलीधर राव ने अपनी नौकरी के लंबे कार्यकाल के दौरान कई करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति अर्जित की है। छापों में आलीशान विला, महंगे फ्लैट, 11 एकड़ कृषि भूमि, मर्सिडीज सहित लग्जरी कारें, सोने-चांदी के गहने, लाखों की नकदी और कई निवेश दस्तावेज बरामद हुए हैं। बैंक खातों, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन और टैक्स रिटर्न की फॉरेंसिक जांच भी चल रही है, जिसमें पाया गया है कि राव की घोषित आय, उनकी वास्तविक संपत्तियों से काफी कम है। फिलहाल उन्हें भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

ACB ने आगे की पूछताछ और संभावित अन्य गिरफ्तारियों की बात भी कही है। सिंचाई विभाग के अन्य कर्मचारियों और पुराने प्रोजेक्ट्स की भी जांच तेज हो गई है।

ACB के मुताबिक, मुरलीधर राव ने सिंचाई विभाग में लंबे अरसे तक सेवा करते हुए करोड़ों की बेहिसाब संपत्ति जुटाई थी।

-यह कार्रवाई खास तौर पर कलेश्वरम लिफ्ट इरिगेशन प्रोजेक्ट और अन्य सिंचाई प्रोजेक्ट्स में रही वित्तीय अनियमितताओं को लेकर की गई।
-उनके बैंक खातों, रजिस्ट्री, निवेश और इन्कम टैक्स रिटर्न की फॉरेंसिक जांच चल रही है।
-शुरुआती रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि मुरलीधर राव की घोषित आय का आंकड़ा उनकी असल संपत्तियों के मुकाबले बेहद कम है।
-कोर्ट ने मुरलीधर राव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

यह कार्रवाई प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी एंटी-करप्शन रेडों में गिनी जा रही है। जल्द ही और बड़ा खुलासा या अन्य नाम सामने आने की संभावना है। सिंचाई विभाग की अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका पर भी जांच जारी है।
जल्द ही मामले में और भंडाफोड़ की संभावना है।