10 वर्ष से अधिक अवधि के अप्रचलित बैंक खातों में जमा अदावाकृत राशियों का विभागों से मांगा हिसाब

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10 वर्ष से अधिक अवधि के अप्रचलित बैंक खातों में जमा अदावाकृत राशियों का विभागों से मांगा हिसाब

भोपाल:प्रदेश के सरकारी महकमों में दस वर्षो से अधिक अवधि के अप्रचलित बैंक खातों में करोड़ों रुपया अदावाकृत राशि के रुप में जमा है। आयुक्त संस्थागत वित्त राजीव रंजन मीना ने सभी सरकारी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिवों से इस राशि का हिसाब मांगा है।

आयुक्त संस्थागत वित्त ने सभी विभागो के अधिकारियों से कहा है कि भारत सरकार वित्त मंत्रालय वित्तीय सेवाओं ने जानकारी मांगी है कि उनके विभागों में ऐसी कितनी राशि है जो दस साल से अधिक समय से ऐसे अप्रचलित बैंक खातों में जमा है जिसका कोई दावेदार नहीं है। ऐंसी अदावाकृत राशि के रुप में कितनी राशि जमा है। सभी प्रमुख विभागों से इसका हिसाब मांगा है। सभी विभागों से आयुक्त संस्थागत वित्त ने कहा है कि बैंको में जो अदावाकृत राशि जमा है उसका पूरा हिसाब आयुक्त संस्थागत वित्त को दे। राज्य सरकार इस राशि का सदुपयोग करेगी। मध्यप्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण इस राशि से किया जाएगा। विकास कार्य इस राशि से किए जाएंगे। यदि इसमें कोई फंड केन्द्र सरकार की किसी परियोजना का होगा तो बचा हुआ फंड मध्यप्रदेश सरकार केन्द्र सरकार को सरेण्डर भी करेगी। आयुक्त संस्थागत वित्त ने सभी विभागों के एसीएस, पीएस और सचिवों से कहा है कि वे अपने अधीनस्थ सभी कार्यालय प्रमुखों को निर्देशित करें कि ऐसी दस साल से अप्रचलित बैंक खातों में जमा अदावाकृत राशियों का का पूरा हिसाब तैयार करें। इस राशि के बारे में पूरी जानकारी संस्थागत वित्त आयुक्त को देना है। किस परियोजना या किस मद में यह राशि विभाग को प्राप्त हुई थी और उस राशि से उस परियोजना पर कितना काम हुआ। क्या परियोजना पूरी हुई या अधूरी है। क्या उस परियोजना पर और काम होंना है और राशि की और जरुरत है तो इस संबंध में भी प्रस्ताव मांगे गए है कि यदि केन्द्र या राज्य से और राशि लेकर उस अधूरे काम को किया जा सकता है तो किया जाएगा। वर्ना अप्रचलित बैंक खातों में जमा अदावाकृत राशि जो दस वर्षो से पड़ी है उन्हें बैंकों से संपर्क कर उस राशि को निकाले और राज्य के सरकारी खजाने में कोषालय में पूरे ब्यौरे के साथ जमा कराए।