Accused of Murder on Social Media : अनिल दीक्षित की हत्या के बाद आरोपी सोशल मीडिया पर दिखे
Indore : हीरा नगर इलाके में मंगलवार की रात हिस्ट्रीशीटर बदमाश अनिल दीक्षित को गोली मार दी गई थी, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। उधर, इस मामले में पुलिस ने आरोपियों की पहचान पुलिस ने कर ली है और उनके खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। आरोपी सोशल मीडिया पर एक्टिवा दिखाई दे रहे हैं। बताया जाता है कि कल रात भी उन्होंने पोस्ट डाली थी।
पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई कि 15 दिन पहले अनिल दीक्षित गुट ने दूसरे आरोपी गुट के साथ मारपीट की थी। तभी दूसरा गुट ने अनिल पर हमले की योजना तैयार कर ली थी। आरोपियों ने घटना के पहले और बाद में इंस्टाग्राम पर वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें धमकी देते हुए सुनाई दे रहे है। वहीं घायल अनिल दीक्षित की उपचार के दौरान देर रात मौत ही हो चुकी थी, लेकिन पुलिस ने बुधवार रात इसकी पुष्टि करते हुए हत्या का मामला दर्ज किया।
हीरानगर थाने के प्रभारी टीआई एसआई स्वराज डाबी के अनुसार अनिल दीक्षित को बुधवार रात डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके चलते हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में टीमें रवाना की गई हैं। बताया जाता है कि अनिल को गोली मारने वालों में शानू सागर, राजेश चौहान और उसके साथी सीके के नाम सामने आए हैं। दरअसल शानू सागर उज्जैन के दुर्लभ कश्यप ग्रुप से जुड़ा हुआ है।
शानू और अनिल दीक्षित गुट में लंबे समय से वर्चस्व को लेकर झगड़ा चल रहा है। कुछ दिन पहले ही अनिल दीक्षित और उसके साथियों ने शानू के साथ मारपीट की थी। उसी समय शानू गुट ने तय किया था कि हर हाल में अनिल से बदला लेकर रहेंगे। मंगलवार को शाम जैसे ही अनिल हीरानगर के मर्थोमा स्कूल के समीप दिखा, शूटरों ने उसके सिर में गोली मारी और मौके से फरार हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक घायल एरोड्रम थाना क्षेत्र का रहने वाला बदमाश अनिल पिता बाबा दीक्षित है। फायरिंग के बाद नीले रंग की एसयूवी से आए बदमाश मौके से भाग गए। अनिल के पिता बाबा एरोड्रम क्षेत्र में सरपंच भी रहे हैं। अनिल पर भी मल्हारगंज थाने में हत्या का केस दर्ज है। कुछ दिन पूर्व इसका जनता क्वार्टर में रहने वाले शानू नामक युवक से विवाद हुआ था। उसने भी मारने की धमकी दी थी। गोली कांड करने के बाद बदमाश भाग गए, जिसके बाद आरोपी शानू सागर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आया! वो यह कहते नजर आ रहा है कि हम तो मार ही देंगे।
15 दिन तक रेकी की गई
बताया जाता है कि दूसरा गुट 15 दिन से अनिल की रेकी कर रहा था। तीन-चार दिन से अनिल हीरानगर में इलाके में रहने वाली अपनी बहन के घर पर था। मंगलवार शाम अपने दो साथियों के साथ कार में आया और उतरकर जैसे ही पान की दुकान तरफ बढ़ा, दूसरी कार में सवार बदमाशों ने उसे नजदीक से गोली मार दी। साथी उसे तुरंत समीप के अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से सुबह अनिल दीक्षित को एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया था। डीसीपी धर्मेन्द्रसिंह भदौरिया के अनुसार हत्यारों को पकड़ने में हीरानगर थाने की टीम के साथ क्राइम ब्रांच को लगाया है। उज्जैन पुलिस से भी अधिकारी संपर्क में हैं।