
Achievement of Anadi Tagde : अनादि तागड़े की अद्वितीय उपलब्धि ‘एमर्जिंग वीमेन्स टूर्नामेंट’ में 10 विकेट झटक कर इतिहास रचा!
बेंगलुरु में BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में गेंद और बल्ले दोनों से चमकी इंदौर की यह युवा खिलाड़ी!
Indore : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) में आयोजित एमर्जिंग वीमेन्स मल्टी-फॉर्मेट टूर्नामेंट में मध्यप्रदेश की तेज गेंदबाज अनादि तागड़े ने अपनी प्रतिभा का अद्वितीय प्रदर्शन करते हुए क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींचा है। लाल गेंद के चार दिवसीय मुकाबले में टीम-C की ओर से खेलते हुए अनादि ने 10 विकेट अपने नाम किए। पहली पारी में 5 विकेट और दूसरी पारी में भी 5 विकेट लिए।

यह उपलब्धि किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए स्वप्न से कम नहीं। उनकी गेंदबाज़ी में न केवल रफ़्तार थी, बल्कि धार, अनुशासन और अनुभव की झलक भी थी, जिससे वरिष्ठ और भारत की अनुभवी खिलाड़ी भी चकित रह गईं। गेंद से शानदार प्रदर्शन करने के साथ ही अनादि ने बल्लेबाज़ी में भी कमाल किया और दूसरी पारी में सर्वाधिक 32 रन बनाकर टीम को मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकाला। यह पारी उनके जुझारूपन और ऑलराउंडर क्षमता का प्रमाण है।
टीम-C में मध्यप्रदेश की दमदार मौजूदगी
अनादि तागड़े के साथ-साथ मध्यप्रदेश की चार अन्य प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खेल रही हैं। आयुषी शुक्ला, सौम्या तिवारी, वैष्णवी शर्मा और संस्कृति गुप्ता। ये सभी टीम-C का हिस्सा हैं। यह पांचों खिलाड़ी प्रदेश में महिला क्रिकेट के उभार और प्रशिक्षण की सुदृढ़ व्यवस्था का परिचायक हैं।
अनादि तागड़े : एक उभरते सितारे की उड़ान
– मात्र 16 वर्ष की आयु में अनादि ने पहले ही अनेक उपलब्धियाँ अर्जित कर ली ।
– भारत-B टीम की ओर से दक्षिण अफ्रीका U19 के विरुद्ध त्रिकोणीय श्रृंखला में प्रतिनिधित्व।
– वरिष्ठ महिला एकदिवसीय स्पर्धा में मप्र की ओर से प्रभावशाली प्रदर्शन।
– U-19 राष्ट्रीय T20 प्रतियोगिता में 6 विकेट और हैट्रिक।
– U-23 वनडे टूर्नामेंट एवं सीनियर चैलेंजर ट्रॉफी में चयन।
– इस वर्ष देहरादून में आयोजित मल्टी डे टूर्नामेंट में चयन।
– एमपी विमेन्स प्रीमियर लीग में ‘चंबल -घड़ियाल’ टीम की और से खेलते हुए हाईएस्ट डॉट बॉल अवॉर्ड विजेता रही।
– उनकी गेंदबाजी में धार और बल्लेबाज़ी में संतुलन उन्हें एक पूर्ण ऑलराउंडर के रूप में स्थापित कर रहा है।
चार दिवसीय मुकाबलों के बाद अब टूर्नामेंट का रुख 21 जुलाई से एकदिवसीय प्रारूप और फिर टी-20 की ओर होगा। यह मल्टी-फॉर्मेट ढांचा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के दबाव, रणनीति और कौशल की तैयारी का सशक्त मंच प्रदान कर रहा है। अनादि को क्रिकेट की बारीकियां सिखाने का श्रेय जाता है रणजी खिलाड़ी देवाशीष निलोसे को, जो वर्षों से उन्हें प्रशिक्षित कर रहे हैं और तकनीकी के साथ-साथ मानसिक मजबूती पर भी कार्य कर रहे हैं।





