ACR Ultimetam: अधिकारियों-कर्मचारियों को अल्टीमेटम, 30 जून तक स्वमूल्यांकन नहीं किया तो बिना मतांकन फारवर्ड होगी ACR

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ACR Ultimetam: अधिकारियों-कर्मचारियों को अल्टीमेटम, 30 जून तक स्वमूल्यांकन नहीं किया तो बिना मतांकन फारवर्ड होगी ACR

भोपाल: सामान्य प्रशासन विभाग ने मंत्रालय के सभी तृतीय श्रेणी शासकीय सेवकों को अल्टीमेटम दिया है कि तीस जून तक उन्होंने गोपनीय चरित्रावली का सेल्फ असेसमेंट नहीं किया तो सीआर को वैसे ही आगे प्रतिवेदन प्रतिवेदक अधिकारी को फारवर्ड कर दिया जाएगा। सीआर प्रकटन के एक माह के भीतर सहमत न होंने पर अभ्यावेदन नहीं दिया तो वार्षिक चरित्रावली को अंतिम मान लिया जाएगा।

सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से मंत्रालय के सभी एसीएस, पीएस, सचिव, उपसचिव और मंत्रालयीन तृतीय श्रेणी शासकीय सेवकों को शासकीय सेवकों के गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन के लिए समयसीमा का पालन करने को कहा है।
स्वमूल्यांकन के लिए तीस जून का समय तय है। प्रतिवेदक अधिकारी गोपनीय प्रतिवेदन में मतांकन 31 अगस्त तक कर सकेंगे समीक्षक अधिकारी 30 सितंबर तक मतांकन करेंगे और स्वीकारकर्ता अधिकारी तीस नवंबर तक मतांकन करेंगे।

सभी विभागों के विभाग प्रमुखों से कहा गया है कि वे अपने अधीनस्थ मंत्रालय सेवा के तृतीय श्रेणी शासकीय सेवकों को निर्देशित करे ताकि वे स्थापना शाखा द्वारा तैयार वर्कफ्लो तैयार होंने के बाद एमपी स्पैरो डॉट जीओवी डॉट इन पर लागइन कर स्वमूल्यांकन तीस जून तक अनिवार्य रुप से प्रस्तुत करें। वर्ना गोपनीय प्रतिवेदन प्रतिवेदक अधिकारी को यथास्थिति आगे भेजा जाएगा। सभी स्तरों पर मतांकन नही होंने पर गोपनीय प्रतिवेदन अगले स्तर पर स्वत: अग्रेषित हो जाएगा।

जिन शासकीय कर्मचारियों ने वर्ष 24-25 के गोपनीय प्रतिवेदन के लिए वर्कफ्लो की जानकारी स्थापना शाखा में प्रस्तुत नहीं की है वे सात दिन के भीतर अनिवार्य रुप से प्राथमिकता के आधार पर वर्कफ्लो की जानकारी उपलब्ध कराए ताकि गोपनीय प्रतिवेदन को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया शुरु की जा सके।

गोपनीय प्रतिवेदन प्रकटन की तिथि से एक माह के भीतर यदि कर्मचारी संबंधित मतांकन से सहमत नहीं है तो प्रतिवेदन के तथ्यों और श्रेणी के उन्नयन के संबंध में अपना अभ्यावेदन वह दे सकेगा। समय से अभ्यावेदन न आने पर वार्षिक चरित्रावली अंतिम मान ली जाएगी। गोपनीय प्रतिवेदन आॅनलाईन स्वीकार किए जाने के बाद दर्ज मतांकन और प्रतिकूल अभ्युक्ति अंतिम मान ली जाएगी। इस संबंध में नियमों का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है।