Action on Hospitals : दो अस्पतालों के पंजीयन निरस्त, दो में सी-सेक्शन सर्जरी पर रोक
दुबे अस्पताल और हरलालका में सर्जरी योग्य डॉक्टर नहीं
Indore : स्वास्थ्य विभाग ने शहर के दो अस्पताल दयानंद अस्पताल और वीरमत अस्पताल के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं। इसके अलावा दो अन्य अस्पताल हरलालका अस्पताल और दुबे अस्पताल में बड़ी सर्जरी करने पर रोक लगा दी गई। इन अस्पतालों में जांच में खामियां सामने आई थीं।
पिछले दिनों जिला स्वास्थ्य समिति, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की समीक्षा बैठक में भी दयानंद अस्पताल और वीरमत अस्पताल में मातृ मृत्यु मामलों में लापरवाही सामने आई थी। इसके बाद इन अस्पतालों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। दुबे अस्पताल और हरलालका अस्पताल में फिलहाल सी-सेक्शन सर्जरी नहीं हो सकेगी। इस पर रोक लगा दी गई, क्योंकि इन अस्पतालों में इस तरह की सर्जरी करने के लिए योग्य डाक्टर और उपकरण ही नहीं थे।
एडीएम अभय बेडेकर ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि यह सही है कि दुबे अस्पताल और हरलालका अस्पताल में सी-सेक्शन पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही दयानंद अस्पताल और वीरमत अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जोनल चिकित्सा अधिकारियों द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर अस्पतालों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के दौरान इन अस्पतालों में मातृ मृत्यु दर की भी समीक्षा की गई थी। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. पूर्णिमा गडरिया ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर दयानंद अस्पताल को पहले ही सील कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि दयानंद अस्पताल और वीरमत अस्पताल दोनों जगह योग्य डाक्टर और कर्मचारी नहीं थे। इन अस्पतालों में प्रसव की पर्याप्त सुविधा भी नहीं थी। दुबे अस्पताल और हरलालका अस्पताल में एमबीबीएस डाक्टर तो हैं लेकिन वहां सी-सेक्शन करने के लिए सुविधाएं पर्याप्त नहीं थीं। गौरतलब है कि जिन अस्पातलों के पंजीयन निरस्त किए गए हैं उनमें प्रसूताओं की मौत के बाद आक्रोशित स्वजन ने हंगामा शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत की जांच के दौरान ही अस्पतालों में लापरवाही की पुष्टि हुई थी।