उपचुनाव में टिकट के लिए सक्रिय हुए दावेदार, एक हफ्ते में ऐलान संभव

खंडवा लोकसभा से अरुण यादव,पृथ्वीपुर से नितेंद्र राठौर

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भोपाल:
भाजपा में तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट के लिए उपचुनाव लड़ने की दावेदारी भी तारीख के ऐलान के साथ तेज हो गई है। चूंकि नामांकन पत्र दाखिले के लिए चुनाव आयोग ने आठ अक्टूबर तक का समय तय किया है और छह अक्टूबर तक पितृपक्ष है। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि प्रत्याशी अंतिम दो दिनों में ही नामांकन दाखिल करेंगे और इसी के चलते बीजेपी टिकट घोषित करने में जल्दबाजी नहीं करेगी और इसमें एक हफ्ते तक का समय लग सकता है।

पार्टी सूत्रों के अनुसार खंडवा लोकसभा सीट के लिए पूर्व सांसद स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे हर्ष वर्धन सिंह चौहान के अलावा वरिष्ठ बीजेपी नेता कृष्ण मुरारी मोघे, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस समेत अन्य नेताओं के नाम दावेदारों के रूप में चर्चा में हैं। वहीं विधानसभा सीटों पर जोबट को छोड़ बाकी दो सीट पर तीन से चार दावेदार के नाम सामने आए हैं।

जोबट में दो बार विधायक रह चुके माधो सिंह डाबर का नाम अकेले चर्चा में बताया जा रहा है। दूसरी ओर रैगांव में पूर्व मंत्री जुगुल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी के अलावा रानी बागरी, प्रतिभा बागरी, सत्यनारायण बागरी का नाम चर्चा में हैं। कांग्रेस द्वारा महिला को प्रत्याशी बनाए जाने पर यहां भाजपा भी महिला प्रत्याशी पर दांव खेल सकती है। उधर पृथ्वीपुर विधानसभा सीट में सपा से भाजपा में आए शिशुपाल यादव की दावेदारी सबसे मजबूत बताई जा रही है। यादव पिछले चुनाव में सिर्फ छह हजार वोट से बृजेन्द्र सिंह राठौर से हारे थे और भाजपा की यहां जमानत जब्त हो गई थी। ऐसे में यादव वोट को ध्यान में रखते हुए उनका नाम सबसे आगे है। इसके अलावा जिला अध्यक्ष निवाड़ी अखिलेश अयाची, ओमप्रकाश रावत, गणेशी नायक, अनिल पांडेय के नाम भी पार्टी में दावेदारों के रूप में चर्चा में हैं।

कांग्रेस की दो सीटों पर उम्मीदवार लगभग तय
खंडवा लोकसभा से अरुण यादव,पृथ्वीपुर से नितेंद्र राठौर

उपचुनाव का ऐलान भले ही आज हुआ है, लेकिन कांग्रेस ने खंडवा लोकसभा और पृथ्वीपुर विधानसभा में अपने उम्मीदवार लगभग तय कर लिए हैं। हालांकि उसे जोबट और रैगांव विधानसभा में उम्मीदवार चयन को लेकर मुश्किल आ रही है। इन दोनों सीटों पर कई दावेदार हैं।

खंडवा लोकसभा अरुण यादव की पारंपरिक सीट है। वे यहां से 2009 से लगातार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि अब तक के तीन लोकसभा चुनाव में से वे एक चुनाव में ही जीत दर्ज कर चुके हैं, जबकि दो चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब उपचुनाव में भी वे ही सबसे मजबूत उम्मीदवार कांग्रेस की ओर से माने जा रहे हैं। अरुण यादव ने क्षेत्र में दौरे भी शुरू कर दिए हैं। उनकी टीम भी पूरे लोकसभा क्षेत्र में कई दिनों पहले से सक्रिय हो चुकी है।
वहीं पृथ्वीपुर विधानसभा से पूर्व विधायक बृजेंद्र सिंह राठौर के बेटे नितेंद्र सिंह राठौर की उम्मीदवार लगभग तय है। कांग्रेस नेताओं ने उन्हें कई दिनों पहले ही क्षेत्र में सक्रिय होने को कह दिया था। वे लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं। नितेंद्र सिंह राठौर को टिकट मिलता है तो यह उनका पहला चुनाव होगा। हालांकि नितेंद्र अपने पिता बृजेंद्र सिंह राठौर के चुनाव में अहम भूमिका निभाते थे।

इन पर फंसा है पेंच
अलीराजपुर जिले की जोबट और सतना जिले की रैगांव सीट पर उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस में पेंच फंसा हुआ है। जोबट में पूर्व विधायक सुलोचना रावत के पुत्र विशाल रावत के अलावा जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल को दावेदार माना जा रहा है। वहीं रैंगाव से भी दो महिला दावेदार पूरी ताकत से टिकट की दौड़ में शामिल हैं। बसपा से विधायक रह चुकी उषा चौधरी और कल्पना वर्मा को प्रबल दावेदार माना जा रहा है।