

Adani Group’s Service in Puri Rath Yatra : रथ यात्रा के 40 लाख श्रद्धालुओं को अडानी समूह निःशुल्क भोजन सहित जरूरी सामग्री देगा!
‘मीडियावाला’ के स्टेट हेड विक्रम सेन की रिपोर्ट
Puri (Odisha) : देश में आस्था के सबसे भव्य आयोजनों में से एक, पुरी रथ यात्रा 2025 अब और भी विशेष होने जा रही है। अडानी समूह ने ओडिशा के पुरी में चल रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान भी भक्तों के लिए ‘प्रसाद सेवा’ की शुरुआत की है। समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने इसे अपने और अपने परिवार के लिए ‘अत्यंत गौरव और संतोष का विषय’ बताया है।
अडानी समूह ने पुरी की ऐतिहासिक जगन्नाथ रथ यात्रा में भी सेवा कार्यों की जिम्मेदारी संभाली है। अडानी समूह 26 जून से 8 जुलाई तक श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा रहेगा। पुरी में हर साल आयोजित होने वाली भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में इस बार अडानी समूह अपने स्वयंसेवकों और संसाधनों के साथ पूरी ताकत से सेवा कार्यों में हिस्सा ले रहा है। रथ यात्रा के दौरान करीब 40 लाख श्रद्धालुओं की अपेक्षा की जा रही है और अडानी समूह ने उनके लिए निःशुल्क पौष्टिक भोजन और पेय पदार्थ उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है।
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी आज शनिवार को ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। दोपहर 12 बजे वह पुरी के होटल मेफेयर से गुंडीचा मंदिर जाएंगे। मंदिर में 20 मिनट तक दर्शन-पूजन करने के बाद वह भगवान के रथों की पूजा करेंगे और वहां मौजूद श्रद्धालुओं से बातचीत करेंगे। इसके बाद वह इस्कॉन के उस किचन का दौरा करेंगे, जहां पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया जा रहा है। इसके बाद वह प्रसाद सेवा में हिस्सा लेंगे। श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित करेंगे और खुद भी ग्रहण करेंगे।
ये व्यवस्थाएं की गई
अडानी समूह द्वारा की जा रही प्रमुख व्यवस्थाएं हैं शहर भर में निःशुल्क भोजन वितरण केंद्र, शीतल पेय पदार्थ के स्टॉल, लाइफगार्ड सहयोग और समुद्र तट की सफाई, स्वयंसेवकों और कर्मचारियों को टी-शर्ट, सुरक्षा जैकेट, रेनकोट, छाते और टोपियों का वितरण, नगर निगम कर्मचारियों के लिए विशेष सुरक्षा किट, स्थानीय संगठनों जैसे इस्कॉन और पुरी जिला प्रशासन के साथ मिलकर सेवा कार्यक्रमों का संचालन। इन सभी प्रयासों का उद्देश्य सिर्फ श्रद्धालुओं की सुविधा ही नहीं, बल्कि आयोजन में लगे हर व्यक्ति को सहयोग देना भी है।
गौतम अडानी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की असीम कृपा से, हमें पुरी धाम की पावन रथयात्रा में सेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। आज से आरंभ हो रही यह दिव्य यात्रा वह क्षण है, जब स्वयं भगवान अपने भक्तों के बीच आकर उन्हें दर्शन देते हैं। यह केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि भक्ति, सेवा और समर्पण का अनुपम उत्सव है।
उन्होंने बताया कि समस्त अडानी परिवार इस पुण्य अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए पूरी निष्ठा और श्रद्धा से समर्पित है। हर भक्त को स्वच्छ, पौष्टिक और प्रेमपूर्वक परोसा गया भोजन मिले, इसी संकल्प के साथ पुरी धाम में ‘प्रसाद सेवा’ आरंभ की गई है। अडानी समूह के चेयरमैन ने पोस्ट में लिखा कि पुरी की इस पुण्यभूमि पर एक सेवक के रूप में जुड़ना मेरे लिए और समस्त अदाणी परिवार के लिए अत्यंत गौरव और संतोष का विषय है। मैं प्रार्थना करता हूं कि महाप्रभु श्री जगन्नाथ जी की कृपा हम सब पर सदा बनी रहे।
उन्होंने पोस्ट के अंत में ‘नर सेवा ही, नारायण सेवा है और सेवा ही साधना है’ लिखा, जिस वाक्यांश का इस्तेमाल उन्होंने इस साल के आरंभ में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान भी कई बार किया था। ओडिशा के पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर से शुक्रवार को पावन रथ यात्रा शुरू हुई। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर गुंडिचा मंदिर तक जाते हैं। उसके बाद भगवान वापस अपने मूल स्थान पर लौट आते हैं। यह यात्रा 8 जुलाई तक चलेगी।
अडानी समूह ने महाकुंभ में भी ‘प्रसाद सेवा’ के जरिए वहां आए लाखों भक्तों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया था। इसी साल जनवरी में प्रयागराज में आयोजित 45 दिवसीय महाकुंभ मेले में अदाणी समूह ने गीता प्रेस और इस्कॉन जैसे प्रतिष्ठित संगठनों के साथ मिलकर विशाल भंडारों, फ्री गॉल्फ कार्ट, और आरती किट्स का आयोजन किया था। इस सेवा में लाखों श्रद्धालुओं को शामिल किया गया था। गौतम अडानी स्वयं 21 जनवरी को कुंभ में मौजूद रहे और उन्होंने न केवल पूजा-अर्चना की बल्कि स्वयंसेवकों के साथ मिलकर सेवा भी की थी।
पुरी रथ यात्रा में अडानी समूह की भागीदारी इसलिए महत्वपूर्ण
पुरी की रथ यात्रा धार्मिक ही नहीं, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण आयोजन है। इसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं, और इस दौरान व्यवस्था बनाए रखना किसी भी प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है। ऐसे में अडानी समूह जैसे निजी संस्थान का सेवाभाव से जुड़ना एक सकारात्मक उदाहरण है, जो पीपीपी का भी बेहतरीन रूप है। चाहे वह प्रयागराज का महाकुंभ हो या पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा, अडानी समूह जैसे कॉर्पोरेट संस्थानों की समर्पित सेवा भागीदारी यह दिखाती है कि आज का भारतीय उद्योग जगत सिर्फ कारोबार नहीं, बल्कि सामाजिक, आध्यात्मिक और मानवीय दायित्व भी निभा रहा है। अदाणी समूह की यह पहल एक नया आदर्श प्रस्तुत करती है जहां आधुनिकता और परंपरा साथ-साथ चलती है, और जहां उद्योग सेवा के मार्ग पर चलकर समाज का कर्ज चुकाने की कोशिश करता है।