पता वही सीएम हाउस, लाड़ली बहनों के भाई का नया नाम – डॉ. मोहन यादव

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पता वही सीएम हाउस, लाड़ली बहनों के भाई का नया नाम – डॉ. मोहन यादव

मध्यप्रदेश के सीएम हाउस में बहनों का स्थान वही रहेगा, जो शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री रहते था। शिवराज ने खुद को लाड़ली बहनों का भैया बनकर और भांजे-भांजियों के मामा बनकर समाज से सीधा रिश्ता बना लिया था। भांजे-भांजियों संग रिश्ता बनाकर और लाड़ली लक्ष्मी योजना संग स्थायी नाता जोड़कर मजबूत नींव तैयार की थी। और इस पर लाड़ली बहना योजना लाकर नातों की भव्य इमारत तैयार कर 2023 में भाजपा की सत्ता बरकरार रखी थी। और तब विपक्ष लगातार आरोप लगाता रहा था कि यह लाड़ली बहना योजना बस चुनाव काल की मेहमान है। और जब मध्यप्रदेश में भाजपा ने मुख्यमंत्री का नया चेहरा दिया, तब विपक्षी दल कांग्रेस के दावों ने कुछ पल के लिए लाड़ली बहनों के मन में भी भ्रम पैदा करने की कोशिश तो की ही थी। इस भ्रम को खत्म करने के लिए बार-बार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बयान देते रहे कि कोई भी योजना बंद नहीं होगी। हालांकि लोकसभा चुनाव तक विपक्षी यही आरोप लगाते रहे कि लाड़ली बहना की उम्र कम है। और मांग करते रहे कि लाड़ली बहनों को तीन हजार रुपये महीने दिए जाएं। पर लाड़ली बहनों ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में यह साफ कर दिया कि लाड़ली बहनों और भाई के बीच रिश्ते का बंधन पक्का है और बना रहेगा। विधानसभा चुनाव के समय चेहरा शिवराज का था, तो लोकसभा चुनाव के समय चेहरा मोहन यादव का था। लोकसभा चुनाव में तो कांग्रेस को आइना दिखाते हुए लाड़ली बहनों ने सभी 29 लोकसभा सीटों पर कमल खिला दिया था। और अब लोकसभा चुनाव के बाद सावन के महीने में मध्यप्रदेश में लाड़ली बहनों पर भैया के प्यार की बरसात हो रही है। पहले और अब में समानता यह है कि लाड़ली बहनों के भाई का पता यथावत ‘सीएम हाउस’ ही है। अंतर है तो बस यह कि भाई का नया नाम है – डॉ. मोहन यादव।

लाड़ली बहनों से राखी बंधवाने के लिए डॉ. मोहन यादव प्रदेश का दौरा कर रहे हैं।इसी क्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार 3 अगस्त 2024 को दमोह जिले के जबेरा में आयोजित रक्षाबंधन और श्रावण उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए।मुख्यमंत्री ने लाडली लक्ष्मी योजना, आयुष्मान योजना, गौसेवा योजना जैसे विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को प्रमाण पत्र हितलाभ वितरित किए।मुख्यमंत्री डॉ यादव ने रिमोट का बटन दबाकर तेंदूखेड़ा जामुनखेड़ा अजीतपुर से अभाना पाटन मार्ग के चैनेज 1150 मीटर पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण हेतु 4 करोड़ 50 लाख रुपये के कार्यों का लोकार्पण किया। तो उद्गार व्यक्त किए कि “त्योहार में सबसे बड़ा त्योहार रक्षाबंधन का त्योहार है इस त्योहार के आगे सारे त्योहार फीके पड़ते हैं। रक्षाबंधन बहनों से भाई की रक्षा का संकल्प होता है। इस दिन बहनें दो धागे बांधती हैं। ये धागा दो परिवार के बीच सेतु का काम करता है। बहनों का अपने भाई के प्रति, माता-पिता के बाद घर मे सबसे ज्यादा प्यार देना वाली बहनें होती हैं। मैं सभी बहनों को प्रणाम करना चाहता हूं, आशीर्वाद लेना चाहता हूं।” तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नरसिंहपुर में आयोजित आभार सह-उपहार कार्यक्रम में सहभागिता कर लाड़ली बहनों के साथ “रक्षाबंधन एवं श्रावण उत्सव” मनाया। लाड़ली बहनों ने मुख्यमंत्री डॉ यादव को राखी बांधी। डॉ. यादव ने उपहार दिए और आशीर्वाद बरकरार रखने का भाव व्यक्त किया।

तो एक अगस्त 2024 को चित्रकूट और चितरंगी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बहनों से राखी बंधवाई थी और यह भरोसा दिलाया था कि भाई-बहन प्रेम की डोर में बंधे रहेंगे। हमारी सरकार ने तय किया है कि चुनाव के समय हमने जो-जो घोषणाएं की थी उसे हम पूरा करेंगे।मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा था, “मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि सरकार बहनों के सशक्तिकरण के लिए काम कर रही है।हमने लाड़ली बहना और उज्ज्वला योजना की बहनों को 450 में सिलेंडर देने की घोषणा की थी, हम वह देने जा रहे हैं और साथ ही रक्षाबंधन पर लाड़ली बहनों को 1250 के अतिरिक्त 250 रुपए कुल 1500 रुपये दिए जाएंगे।” मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चित्रकूट में प्रदेश स्तरीय आभार उपहार कार्यक्रम में लाडली बहनों के लिए गीत भी गाया था- फूलों का तारों का सबका कहना है। ठीक वैसे ही जैसे विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज मंचों से बहनों से प्रेम का इजहार यही गीत गाकर करते थे।

तो मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री और लाड़ली बहनों के बीच बहन-भाई प्रेम का सिलसिला सतत जारी रहेगा। कम से कम तब तक तो इसमें कोई रुकावट नहीं है, जब तक भाजपा की सरकार प्रदेश में बनी रहेगी। यह भरोसा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाड़ली बहनों को दिला दिया है। बहनों का मन समझ गया है कि उनके भाई का पता – सीएम हाउस भोपाल ही है, बस शिवराज की जगह भाई का नाम अब डॉ. मोहन यादव है। 10 अगस्त 2024 को जब लाड़ली बहनों के खाते में 1500 रुपए की राशि पहुंचेगी, तब उनकी आंखों में डॉ. मोहन यादव का चेहरा स्थायी तौर पर अंकित नजर आएगा.

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