
ADM-सांसद टकराव: “गेट आउट” विवाद से गरमाई अफसरशाही बनाम जनप्रतिनिधि जंग
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रशासनिक अधिकारी और सपा सांसद के टकराव ने सियासी हलकों में गर्मी ला दी है। 1 जुलाई 2025 को कैराना से समाजवादी पार्टी सांसद इकरा हसन नगर पंचायत से जुड़ी समस्याओं को लेकर सहारनपुर के ADM (फाइनेंस) संतोष बहादुर सिंह के दफ्तर पहुंचीं। सांसद का आरोप है कि ADM ने न सिर्फ उनकी शिकायत अनदेखी की, बल्कि उन्हें “गेट आउट!” कहकर अपने ऑफिस से बाहर निकाल दिया और “यह ऑफिस मेरा है, मैं जो चाहूं करूंगा” जैसी भाषा का भी प्रयोग किया। इस व्यवहार से आहत सांसद हसन ने प्रमुख सचिव और मंडलायुक्त को लिखित शिकायत दी, वहीं घटना की क्लिप्स और खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
जो सांसद का सम्मान नहीं करते वो जनता का क्या करेंगे। pic.twitter.com/XJ55cSgIpd
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 16, 2025
सपा समेत विपक्षी दलों और नागरिकों ने घटना की तीखी निंदा करते हुए अधिकारी पर सख्त कार्रवाई और सार्वजनिक माफी की मांग की है। कांग्रेस समेत कई पार्टियों और आम लोगों ने महिला सांसद के प्रति इस तरह के रवैये पर आक्रोश जताया है। ADM संतोष बहादुर सिंह, जो 2011 बैच के PCS अधिकारी हैं और बलिया निवासी हैं, खुद को निर्दोष बताते हैं- उनका कहना है कि वे घटना के वक्त फील्ड विजिट पर थे, लौटकर सांसद को फोन किया, और कोई भी अभद्र भाषा नहीं बोले। ADM ने आरोपों को कल्पना और गलतफहमी का परिणाम बताया है।

विवाद को देखते हुए जिलाधिकारी मनीष बंसल ने मामले की विभागीय जांच बैठा दी है, जिसमें सभी पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। सांसद इकरा हसन ने इसे संसद की विशेषाधिकार समिति तक ले जाने की चेतावनी दी है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी खुलकर प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए ADM पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल, प्रशासन से लेकर सियासत तक हर नजर DM की रिपोर्ट और शासन के अगले कदम पर टिकी है। मामला “अफसरशाही बनाम जनप्रतिनिधि” की बहस का भी नया मुद्दा बन गया है, जिसमें गरिमा और संवादशैली की मर्यादा पर प्रदेशभर में चर्चा तेज हो चुकी है।





