
प्रशासनिक सहयोग से मिली नई उड़ान,जयतिका ने ऑस्ट्रेलिया में रचा इतिहास
– राजेश जयंत की खास रिपोर्ट
झाबुआ: झाबुआ की मूकबधिर कलाकार जयतिका परमार ने ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन और मेलबर्न में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शानदार डांस और ड्रामा प्रस्तुतियाँ दीं, जिसमें उन्होंने शिव तांडव, कृष्ण लीला और कन्नड़ गीतों पर परफॉर्म किया। वापसी पर जयतिका ने कलेक्टर नेहा मीना से मुलाकात कर ऑस्ट्रेलिया से लाया हुआ उपहार भेंट किया और भारतीय सांकेतिक भाषा में धन्यवाद दिया।

जयतिका के ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए कलेक्टर नेहा मीना ने 50,000 रुपए की आर्थिक सहायता भी दी थी, जिससे उनका सपना पूरा हो सका।
झाबुआ की जयतिका परमार एक प्रतिभाशाली मूकबधिर कलाकार हैं, जिनका चयन ऑस्ट्रेलिया में आयोजित तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में परफॉर्मेंस के लिए हुआ था। जयतिका के पिता टेलरिंग का काम करते हैं और आर्थिक रूप से कमजोर होने के बावजूद, जयतिका ने अपनी मेहनत और लगन से यह उपलब्धि हासिल की।

जयतिका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, झाबुआ से प्राप्त की और वर्तमान में इंदौर में बी.कॉम फाइनल ईयर की छात्रा हैं। वह ऑल इंडिया डेफ आर्ट एंड कल्चर सोसाइटी के माध्यम से देशभर के 10 मूकबधिर कलाकारों में चुनी गईं, जिन्होंने ब्रिस्बेन, सिडनी और मेलबर्न में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
उनकी यात्रा के लिए झाबुआ कलेक्टर नेहा मीना ने 50,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी थी, और बाकी राशि समाजसेवियों और संगठनों ने मिलकर जुटाई। जयतिका की उपलब्धि ने न सिर्फ जिले, बल्कि प्रदेश का भी नाम रोशन किया और वह अन्य दिव्यांग बच्चों के लिए प्रेरणा बन गई हैं।
उन्होंने ब्रिस्बेन, सिडनी और मेलबर्न के कार्यक्रमों में शिव तांडव, कृष्ण लीला, कन्नड़ गीतों पर डांस-ड्रामा किया और भारतीय राष्ट्रगान को साइन लैंग्वेज में प्रस्तुत किया, जिसे सैकड़ो दर्शकों ने सराहा।





