Administrative Surgery Soon : चुनाव के बाद MP में बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी, चुनाव के दौरान का परफॉरमेंस भी देखा जाएगा!
Bhopal : प्रदेश में अब प्रशासनिक व्यवस्था को नया स्वरूप दिए जाने की तैयारी की जा रही है। बदला स्वरूप चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद दिखाई देगा। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सबसे बड़ी प्राथमिकता है युवा और तेजतर्रार अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी देना। अपनी इस रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार बड़ी प्रशासनिक सर्जरी की तैयारी कर रही है। इसके तहत मंत्रालय से लेकर फील्ड तक नई जमावट की जाएगी। इस जमावट में युवा आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को जिलों की कमान सौंपी जाएगी।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरकार ने चुनाव आयोग के दिशा निर्देश पर जनवरी, फरवरी और मार्च में बड़े स्तर पर तबादले किए। लेकिन, अब लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के समाप्त होने पर सरकार अपनी रणनीति के तहत तबादले करेगी। मंत्रालय से लेकर जिलों में आईएएस अफसरों की पदस्थापना में फेरबदल किया जाएगा। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि प्रशासनिक फेरबदल के सबध में मुख्यमत्री डॉ मोहन यादव मुख्य सचिव वीरा राणा से प्रारंभिक दौर की चर्चा कर चुके हैं।
ग्रेडेशन के आधार पर लिस्ट बनना शुरू
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार मुख्य सचिव कार्यालय ग्रेडेशन लिस्ट के आधार पर अफसरों के नामों की सूची बना रहा है। जल्द ही मुख्यमंत्री सूची का परीक्षण कर अधिकारियों से चर्चा के बाद नाम फाइनल करेंगे। आईएएस अफसरों की नई पदस्थापना मे चुनावी फीडबैक और आचार सहिता के दौरान जिलों में अफसरों के कार्यों की समीक्षा भी आधार रहेगी। खराब परफॉरमेंस वाले अधिकारियों को फील्ड से हटाकर उनकी मंत्रालय में पदस्थापना की जएगी।
आने वाले दिनों में कई अफसर रिटायर होंगे
गौरतलब है कि कई अधिकारी सेवानिवृत होने वाले है। वरिष्ठ आईएएस राकेश सिंह इसी माह सेवानिवृत्त होंगे। वे वर्तमान में प्रबंध संचालक मत्स्य महासप के पद पर पदस्थ हैं। कमिश्नर रीवा गोपालचंद्र डाड व संचालक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण शशिभूषण सिंह जून में सेवानिवृत होगे। इसी तरह से आईपीएस अफसरों में शामिल स्पेशल डीजी डॉ अशोक अवस्थी जून में, एडीजी अनुराधा शंकर सिंह मई में और आईजी आरआरएस परिहार भी जून में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसके अलावा कई मैदानी अफसरों की नेताओं व विधायको से पटरी नहीं बैठ रही है। उन्हें भी बदला जाना है। मंत्रालय के सूत्रों का कहना है की मुख्यमंत्री की मंशा है कि युवा अधिकारियों को जिलों में बड़ी कमानo सौंपी जाए।