एक प्रोफेसर 2 कालेज में पदस्थ होने पर संचालकों की उडी नींद

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एक प्रोफेसर 2 कालेज में पदस्थ होने पर संचालकों की उडी नींद

भोपाल: बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने लॉ, मैनेजमेंट, एजुकेशन व फिजिकल एजुकेशन और प्रोफेशनल कोर्स संचालित करने वाले निजी कॉलेजों की 32 प्रोफेसरों की सूची वेबसाइट पर अपलोड की जा रही है। इससे कालेजों का फर्जीवाडा खुलकर सामने आ जाएगा। सबसे ज्यादा परेशानी लॉ कॉलेजों में आ रही है। क्योकि उक्त कालेजों में बीसीआई से मान्यता लेने के लिए मापदंड को पूरा जरुर किया गया है, लेकिन उनका फर्जीवाडा खुलकर सामने आ रहा है। इससे कालेज संचालकों के विरोध के सुर ऊंचे होने लगे हैं। वे लिस्ट के विरोध में उतर आए हैं। वे विवि से लिस्ट को हटाने की गुहार लगा रहे हैं। इस लिस्ट को देखकर फैकल्टी यह पता कर सकती है कि उनके नाम का दुरुपयोग तो नहीं कर रहे हैं। वहीं छात्रों को भी यह पता चल सकेगा कि उनके कॉलेज में कितनी फैकल्टी है, साथ ही जिसे कॉलेज ने नियुक्त किया है वो उन्हें पढ़ाने आ भी रही है या नहीं। इससे फैकल्टी की डुप्लीकेसी भी उजागर होने की संभावना है।

फर्जी फैकल्टी का जमावडा होगा खत्म
कालेज अपनी मान्यता बरकरार रखने और वेतन नहीं देने के लिऐ फैकल्टी में फर्जीवाडा करते हैं। एक-एक प्रोफेसर का नाम दो-दो कालेजों में चल रहा है। विवि ने उक्त लिस्ट पर फैकल्टी, छात्र, कॉलेज आदि से आपत्ति मांगी है। इससे ऐसी फैकल्टी के नाम उजागर होने की भी संभावना है जो किसी कॉलेज में नियुक्त तो है लेकिन नाम मात्र वेतन मिल रहा है। कम वेतन मिलने के कारण वो कॉलेज नहीं आकर अन्य कोई नौकरी या व्यवसाय भी कर रहे हैं। विवि ने यह निर्णय उच्च शिक्षा विभाग और कार्य परिषद के निर्देश अनुसार लिया है। अभी एजुकेशन व फिजिकल एजुकेशन, मैनेजमेंट कॉलेज की फैकल्टी की लिस्ट भी सार्वजनिक करने की तैयारी है।