इंदौर के अद्वैत पागे और रावत 1500 मीटर फ्रीस्टाइल फाइनल मे
बर्मिंघम: इंदौर के रहने वाले भारतीय तैराक अद्वैत पागे और कुशाग्र रावत ने मंगलवार को राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी अपनी हीट में चौथे स्थान पर रहकर पुरूषों की 1500 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश कर लिया । पागे ने पहली हीट में 15 : 39.25 सेकंड का समय निकाला जबकि रावत ने दूसरी हीट में 15 : 47.77 सेकंड का समय निकाला । दोनों हीट से शीर्ष आठ तैराक फाइनल में पहुंचे।
भारतीय महिला टीम ने लॉन बॉल में जीता गोल्ड
बर्मिंघम में जारी 22वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की महिला लॉन बॉल टीम ने इतिहास रचते हुए ऐतिहासिक स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। फाइनल मुकाबले में भारतीय चौकड़ी ने साउथ अफ्रीका को 17-10 से हराकर गोल्ड मेडल भारत की झोली में डाला। लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की की चार खिलाड़ियों वाली टीम ने इतिहास रच दिया।
क्या होता है लॉन बाउल खेल
लॉन बाउल एक मजेदार खेल है और एक तरह से गोल्फ की तरह है। क्योंकि वहां भी गेंद को एक लक्ष्य तक पहुंचाना होता है और इस खेल में भी ऐसा ही कुछ है। हालांकि दोनों में कई बड़े बड़े फर्क भी है, जिसमें सबसे बड़ा फर्क ये होता है कि गोल्फ में स्टिक का इस्तेमाल होता है जबकि लॉन बॉल में हाथ से ही गेंद को आगे भेजना होता है। खैर आइए इस खेल के बारे में जानते हैं। दरअसल इस खेल में एक गेंद होता है जिसे जैक यानी कि लक्ष्य भी कहा जाता है। इस जैक की तरफ ही गोलाकर गेंद को जमीन पर रोल करते हुए भेजना होता है। इसमें खेलने वाली दोनों टीमों को इसी प्रक्रिया का पालन करना होता है और अपनी गेंद को जैक के ज्यादा से ज्यादा नजदीक भेजना होता है। जिसकी गेंदें जैक के ज्यादा करीब होती हैं, वह अंकों के आधार पर विजेता बनता है।
कैसी होती है गेंद?
इस खेल में प्रयोग होने वाली गेंद रबड़, लकड़ी या प्लास्टिक रोल से बना होती है। इसका वजन 1.59 किलोग्राम तक होता है। गेंद हालांकि पूरी तरह से गोलाकार नहीं होती है और उसके दो साइड होते हैं, जिसे बायस और नॉन बायस कहा जाता है। इन दोनों साइडों का अपना महत्व भी होता है। गेंद की एक तरफ का वजन भी थोड़ा अधिक होता है जिसकी वजह से वह रोल होने के बाद अंदर की तरफ जाती है।
क्या हैं खेल के नियम
इस खेल की शुरूआत भी क्रिकेट की तर्ज पर ही सिक्का उछालकर टॉस के साथ की जाती है। टॉस जीतने वाला पक्ष जैक को सबसे पहले मैट पर खड़े होकर आगे की तरफ रोल करता है। यहां जैक को 23 मीटर की निर्धारित दूरी से आगे भेजना होता है। इसके बाद खेल की शुरुआत होती है। दोनों पक्ष एक-एक करके गेंद को जैक की तरफ अंडर आर्म से रोल करते हैं और इसमें जिसकी गेंद जैक के सबसे करीब होती है, उसे अंक मिलता है। अलग-अलग राउंड के इस खेल में सर्वाधिक अंक वाली टीम या खिलाड़ी जीत दर्ज करता है। हालांकि ये इतना आसान भी नहीं होता है क्योंकि इसमें गेंद की गति और दिशा काफी मायने रखती है।