CM के नाम के बाद अब मंत्रिमंडल भी चौंकाने वाला हो सकता है!
भोपाल: मुख्यमंत्री के लिए चौंकाने वाला नाम आने के बाद अब मध्य प्रदेश में लगातार मंत्री रहने वाले विधायकों की धड़कने बढ़ गई है। ऐसी संभावना है कि मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल में भी चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं। सुगबुगाहट यह है कि लंबे वक्त से भाजपा सरकार में मंत्री रहने वालों की इस बार छुट्टी कर दी जाएगी। सीनियर विधायकों को भी मौका मिलने के आसार कम हैं। उनकी जगह पर नए और युवा चेहरों को मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है। यह भी माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल गठन में भी दिल्ली का सीधा दखल हो सकता है।
सूत्रों की मानी जाए तो जिस तरह से मुख्यमंत्री का नाम सामने आया है, वैसा ही मंत्रिमंडल को लेकर देखने मिल सकता है। यहां पर पुराने चेहरों को सत्ता से दूर रखा जा सकता है और युवा एवं नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है। हालांकि इसमें कुछ पुराने मंत्री फिर से मंत्री बन सकते हैं।
ये हैं सीनियर विधायक
गोपाल भार्गव वर्ष 2003 में मंत्री बने थे, उसके बाद से वे लगातार भाजपा सरकार में मंत्री रहे। वे इस सदन में सबसे ज्यादा बार विधायक रहे हैं। वे 1985 से लगातार विधायक हैं।
बिसाहूलाल सिंह पिछली सरकार में मंत्री थे, वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। वे पहली बार 1980 में विधायक बने थे। उन्हें लेकर भी इस बार संशय की स्थिति बनी हुई है।
विजय शाह वर्ष 2003 में मंत्री बने थे। उसके बाद से वे लगातार भाजपा सरकार में मंत्री रहे। वे 1990 से विधायक हैं। इस बार वे आठवीं बार विधानसभा का चुनाव जीते हैं।
तुलसी सिलावट पहला चुनाव 1985 में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। भाजपा में शामिल होने के बाद वे पिछली सरकार में मंत्री थे।
जयंत मलैया पिछला भी वर्ष 2003 से 2018 तक लगातार मंत्री रहे। इसके बाद वे वर्ष 2018 में चुनाव हार गए थे। वे 1990 से लेकर 2013 तक लगातार चुनाव जीते थे।