Indore अग्निकांड के आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित को पुलिस ने शनिवार रात पकड़ लिया। पकड़े जाने के बाद उसने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। उसने पुलिस को बताया कि वो इस मल्टी में रहने वाली एक युवती से एक तरफ़ा प्यार करता था। उसी से विवाद होने के बाद उसने उसकी स्कूटी में आग लगाई।
शुभम ने पुलिस को बताया कि मैं सना नाम की लड़की से परेशान हो गया था। उसने मुझसे बहुत खर्च करवाया। उसे हमेशा पैसे देता रहा, कभी वापस नहीं मांगे। सना मुझसे हमेशा पैसे मांगती रहती थी। कभी कुछ सामान दिलाने का कहती। लेकिन, बाद में मुझे पता चला कि वो मुझे बेवकूफ बना रही है। वह दूसरों के भी संपर्क में है। कभी उससे बात नहीं करना चाहता था, पर वो मेरे पीछे पड़ गई। घटना वाले दिन मैं उसकी गाड़ी की सीट जलाना चाहता था। मुझे नहीं पता था कि इतना कुछ हो जाएगा।
शुभम ने पुलिस को बताया कि मुझे शनिवार सुबह तब पता चला, जब सना का फोन आया। उसने बताया कि मल्टी में आग लग गई। इसके बाद मैं दिनभर घर पर रहा। शाम को पता चला कि मेरा फोटो टीवी पर भी आ गया। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। एक दोस्त से बात की तो उसने कहा कि सरेंडर कर दो। इसके बाद पुलिस से बचकर भागने के चक्कर में उसके हाथ-पैर भी टूट गए। पुलिस उसे घायल हालत में देर रात एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची थी।
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि आरोपी का मोबाइल रात 9 बजे तक चालू था। वह अपने दोस्त से बात कर रहा था। पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रैक करके उसे लसूड़िया इलाके के निरंजनपुर चौराहे के समीप से गिरफ्तार कर लिया। भागने में वह गिर गया और घायल हो गया तो उसे MY ले जाया गया था।