

Ahmedabad Plane Crash Miracle Man: “जाको राखे साइयां:“250 लाशों के बीच ज़िंदा लौटा ‘भगवान का दूत’”
प्लेन क्रैश में ‘मिरेकल मैन’ की सच्ची कहानी
“जाको राखे साइयां मार सके ना कोई” अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जहां 250 से ज्यादा लोगों की जान चली गई, वहीं सीट 11A पर बैठे विश्वास कुमार रमेश चमत्कारिक रूप से जिंदा बच गए। उन्होंने बताया- “जब आंख खुली तो चारों तरफ लाशें थीं, मैं डर गया, लेकिन खुद चलकर एंबुलेंस तक पहुंचा।”
इतने बड़े हादसे में एक शख्स का बच जाना वाकई भगवान की लीला ही है- पूरा देश हैरान है और इसे चमत्कार मान रहा है।
उनकी कहानी उम्मीद की किरण जैसी है, जो बताती है कि किस्मत और ऊपरवाले की मर्जी के आगे कोई कुछ नहीं कर सकता।
विश्वास कुमार रमेश ने बताया कि हादसे के वक्त वह खिड़की के पास बैठे थे और सीट बेल्ट बांधी हुई थी।
जैसे ही प्लेन नीचे गिरा, उन्हें जोरदार झटका लगा, लेकिन सीट बेल्ट की वजह से उन्हें गंभीर चोट नहीं आई।
प्लेन रुकते ही उन्होंने शीशा तोड़कर बाहर निकलने की कोशिश की और धुएं से बचते हुए खुद एंबुलेंस तक पहुंचे।
डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें सिर्फ हल्की चोटें आई हैं और अब वह पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनकी हिम्मत और किस्मत दोनों की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं… पूरा अस्पताल स्टाफ भी उन्हें ‘मिरेकल मैन’ कह रहा है।
विश्वास कुमार के पिता ने मीडिया से कहा, “हमारे बेटे का दोबारा जन्म हुआ है, भगवान का लाख-लाख शुक्रिया।”
उनकी मां ने रोते हुए कहा, “हमें तो उम्मीद ही नहीं थी कि वह जिंदा लौटेगा, यह किसी चमत्कार से कम नहीं।”
डॉक्टर शर्मा, जो उस वक्त इमरजेंसी में ड्यूटी पर थे, बोले, “इतने बड़े हादसे में बिना गंभीर चोट के बच जाना वाकई मिरेकल है।”
अस्पताल के स्टाफ ने भी विश्वास को ‘फाइटर’ और ‘भगवान का दूत’ कहकर सम्मानित किया।