AICC Delegates List : कांग्रेस की 99 कि लिस्ट में कई नाम हाशिए पर रह गए!
Bhopal : प्रदेश कांग्रेस ने मध्य प्रदेश से आने वाले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) सदस्यों की सूची जारी कर दी। पार्टी ने 99 नेताओं को AICC का सदस्य बनाया है। इनमें कई बड़े नेताओं और विधायकों के नाम कायम है। अधिकतर पूर्व मंत्रियों को इसमें जगह मिली है। सभी बड़े नेताओं को इस लिस्ट में जगह दी गई! फ्रंटल आर्गेनाईजेशन के अध्यक्षों को भी AICC का सदस्य बनाया गया है। पर, कुछ नामों को हाशिये पर छोड़े जाने से सुगबुगाहट भी है।
सबसे खास बात यह है कि इसमें तीन पिता-पुत्रों के भी नाम हैं। कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ, दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह और कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को जगह दी गई। लेकिन, सूची में सबसे ज्यादा नाम कमलनाथ समर्थकों के हैं। इसके अलावा अरुण यादव और अजय सिंह का नाम भी सूची में है।
लिस्ट से पूर्व मंत्री सचिन यादव, आदिवासी विधायक उमंग सिंघार के नाम लिस्ट में नहीं हैं। विधायक विक्रम सिंह नाती राजा, आलोक चतुर्वेदी, सुनील सराफ, बापू तंवर, रामचंद्र दाँगी, सुनीता पटेल, दिलीप गुर्जर, मुरली मोरवाल के नाम नहीं हैं। इसके अलावा आदिवासी विधायक अशोक मर्सकोले, हीरालाल अलावा, पांचीलाल मेड़ा, सुनील उईके, अर्जुन काकोड़िया के नाम भी लिस्ट में दिखाई नहीं दिए! विपिन वानखेड़े, कुणाल चौधरी, मनोज चावला भी शामिल नहीं किए गए।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले जारी की गई AICC सदस्यों की इस सूची में कांग्रेस के सभी दिग्गजों को साधने की कोशिश की गई। उज्जैन जिले के तीनों विधायकों महेश परमार, रामलाल मालवीय और दिलीप सिंह गुर्जर के अलावा प्रदेश उपाध्यक्ष नूरी खान को भी जगह दी गई। दिग्विजय सिंह और अजय सिंह के समर्थकों को भी साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। उज्जैन शहर के बटुक जोशी जो कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं उन्हें सदस्य बनाया गया है।
बताया जा रहा है कि यह सूची कांग्रेस को मजबूती देगी और आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए अच्छा माहौल बनाएगी। दावा किया जा रहा कि इसमें NSUI के सदस्यों को भी शामिल किया गया, जिससे कांग्रेस को युवा नेतृत्व मिलेगा। सूची में कमलनाथ समर्थकों को दिए जाने से साफ हो गया कि पार्टी में उनकी पेठ अभी बरकरार है। कुछ दिन पहले कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री का चेहरा बताए जाने को लेकर पार्टी में अंदरूनी कलह होने की बात सामने आई थी। लेकिन, इस लिस्ट से वो आशंका साबित नहीं होती। जो 99 सदस्यों की सूची सामने आई, उससे साबित हो गया कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ ही एक छत्र नेता हैं।