AICC Election : अध्यक्ष पद की दौड़ में तीसरा चेहरा केएन त्रिपाठी कहां से आए!

 कांग्रेस में लोकतंत्र है इसलिए मैं खड़ा हुआ, हाईकमान का आदेश अंतिम होगा!

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AICC Election : अध्यक्ष पद की दौड़ में तीसरा चेहरा केएन त्रिपाठी कहां से आए!

New Delhi : कांग्रेस के अखिल भारतीय अध्यक्ष पद की रेस में अभी तक अंतिम दो उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर को ही माना जा रहा था। लेकिन, चुनाव के बीच अचानक एक ऐसे नेता ने एंट्री की जिसका कहीं कोई नाम नहीं था। इस नेता को पहचान अभी तक झारखंड तक सीमित थी।

झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और मेदिनीनगर निवासी केएन त्रिपाठी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने सामने आ गए। उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली में अपना नामांकन दाखिला किया। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद के चुनाव लड़ने के संबंध में पार्टी हाईकमान का जो आदेश होगा, उसका पालन करेंगे। नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने कहा कि मैंने आज पार्टी अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। पार्टी नेताओं का जो भी निर्णय होगा उसका सम्मान होगा।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए वे कितने गंभीर हैं और क्या पार्टी आलाकमान से इस संबंध में कोई बातचीत हुई है! इस मुद्दे पर उनका कहना था कि कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है। उसी लोकतंत्र का यह तकाजा है, कि एक किसान का बेटा अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है। भाजपा में ऐसा संभव नहीं है।

राजनीति में आने से पहले केएन त्रिपाठी (कृष्णानंद त्रिपाठी) एयरफोर्स में थे। डालटनगंज के रेड़मा काशी नगर मोहल्ले के रहने वाले केएन त्रिपाठी किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। सेना की नौकरी छोड़कर वे राजनीति में आए और साल 2005 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार डालटनगंज सीट पर चुनाव लड़े। लेकिन, इंदर सिंह नामधारी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2009 में फिर डालटनगंज सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे और चुनाव जीते। विधायक बनने के बाद उन्हें राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री बनने का मौका मिला।