अजाक्स प्रांतीय अध्यक्ष IAS संतोष वर्मा ने विवादित बयान पर दिया स्पष्टीकरण, बोले- सॉरी

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अजाक्स प्रांतीय अध्यक्ष IAS संतोष वर्मा ने विवादित बयान पर दिया स्पष्टीकरण, बोले- सॉरी

भोपाल: अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान, जिससे पूरे प्रदेश में बवाल मचा हुआ है, को लेकर स्पष्टीकरण देते हुए माफी मांगी है। बता दे कि कल हुए अजाक्स के सम्मेलन में वर्मा ने कहा था कि जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नही देता या संबंध नहीं बनाता, आरक्षण जारी रहे।

आरक्षण को लेकर अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष IAS अधिकारी संतोष वर्मा के इस विवादित बयान ने प्रदेश और देश में सनसनी मचा दी। ब्राह्मणों की बेटियों को लेकर अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष ने जो विवादित बयान दिया है उसको लेकर हड़कंप मच गया।

इस बयान के बाद अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने संतोष वर्मा को उनके पद से निष्कासित करने की मांग की है।
इस बयान के साथ ही संतोष वर्मा पर ब्राह्मण संगठन का गुस्सा फूट गया है। ब्राह्मण संगठन के निशाने पर सीधे संतोष वर्मा आ गए है, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा ने इसे बहुत ही शर्मनाक बताया है और पूरे ब्राह्मण समाज का अपमान बताया है। पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा है कि संतोष वर्मा को उनके पद से निष्कासित कर देना चाहिए। ब्राह्मण बेटियों के खिलाफ की गई टिप्पणी के खिलाफ ब्राह्मण संगठनों और सपाक्स पार्टी के प्रतिनिधियों ने आज शाम उज्जैन और भोपाल में  पुलिस अधिकारियों से मिलकर संतोष वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है।

सपाक्स के राष्ट्रीय संयोजक पूर्व IAS अधिकारी हीरालाल त्रिवेदी द्वारा की गई FIR की प्रति-

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पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा है कि आपराधिक मामला दर्ज नहीं होने पर ब्राह्मण समाज पूरे प्रदेश में आंदोलन करने के लिए मजबूर होगा।

IAS संतोष वर्मा ने दिया स्पष्टीकरण..

वहीं दूसरी ओर संतोष वर्मा ने अपने बयान को लेकर कहा है कि उनके बयान को काटकर वायरल किया जा रहा है। पूरा बयान सुनेंगे तो मैंने कुछ गलत नही कहा है। संतोष वर्मा ने कहा है कि कुछ लोग कहते हैं कि कोई दलित परिवार से कोई IAS बन जाए तो फिर उस परिवार को आरक्षण नहीं मिलता चाहिए। लेकिन मैं कहता हूं कि मुझ जैसे कोई दलित के बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान करे या शादी करे तब आरक्षण खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे बयान से किसी संगठन विशेष को ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं लेकिन इतना अवश्य कहूंगा कि मेरे पूरे भाषण में से जिन विषयों पर बात हो रही है, वह मैंने जिस संदर्भ में कहा है, उसे उस तरह से प्रस्तुत नहीं किया जा रहा है।