Alirajpur News: आदिवासी संस्कृति के विशेषज्ञ अनिल तंवर द्वारा मतदाताओं को मतदान हेतु जागरूक करने के लिए भीली बोली में गीत का वीडियो संयोजन

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Alirajpur News: आदिवासी संस्कृति के विशेषज्ञ अनिल तंवर द्वारा मतदाताओं को मतदान हेतु जागरूक करने के लिए भीली बोली में गीत का वीडियो संयोजन

आलीराजपुर: आलीराजपुर के प्रसिद्ध फोटोग्राफर, लेखक, आदिवासी संस्कृति के विशेषज्ञ अनिल तंवर ने जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर आलीराजपुर के अनुरोध पर जिले के मतदाताओं को मतदान हेतु जागरूक करने के लिए स्थानीय भीली बोली में गीत का वीडियो संयोजन किया है. उन्होंने इसका हिन्दी रूपान्तरण का भी वीडियो बनाया है.

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इन दोनों गीतों में मतदाताओं से आव्हान किया गया है कि वे अपने साथ सभी को लेकर मतदान करने जल्दी से आए. शराब और रूपए की लालच में नहीं आकर अच्छे व्यक्ति को वोट दे . इसमें 18 वर्ष की उम्र के मतदाताओं को भी मतदान करने के किए प्रेरित किया है.

जिला निर्वाचन कार्यालय ने सम्पूर्ण जिले में इन दोनों गीत और वीडियो के माध्यम से स्थानीय मतदाताओं को अधिक से अधिक मतदान के लिए प्रेरित करने का कार्य भी प्रारम्भ कर दिया है.

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलेक्टर अलीराजपुर, डॉक्टर अभय अरविंद बेडेकर ने इन वीडियो में जिले के मतदाताओं से करबद्ध निवेदन किया है कि वे बगैर भय और लालच के अपना मतदान अवश्य करें ताकि साफ सुथरे प्रत्याशी का चयन हो सके. अच्छी सरकार बनाना भी मतदाताओं के हाथ में होता है.

उन्होंने इस गीत संयोजन के लिए श्री अनिल तंवर और उनकी टीम को बधाई दी है. हिन्दी गीत को झाबुआ जिला सहित प्रदेश के अनेक जिला निर्वाचन कार्यालयों में पसंद कर उपयोग किया जा रहा है.

मामार आवो मामार आवो रे (मामार आवो – जल्दी आओ)
वुटू नाखणे मामार आवो रे (वुटू नाखणे – वोट डालने)
मामार आवो मामार आवो
वुटू नाखणे मामार आवो
काकी आवो ने, काको आवो
भाभी आवो ने, भायो आवो
मामार आवो मामार आवो
वुटू नाखणे मामार आवो
डाहला आवो डाहली आवो (डाहला – वृद्ध, डाहली – वृद्धा)
सबु ने संगाते लावो (सबु ने – सब को, संगाते – साथ में)
वुटू नाखणे ,बुथु पर आवो (बुथु – बूथ)
एक वीस मा ,दुई कम आवो (वीस – बीस, दुई – 2 = 18 वर्ष)
मामार आवो मामार आवो
वुटू नाखणे मामार आवो
सारा माणसा ने ली ने आवो (सारा माणसा – सभी व्यक्ति, ली – लेकर)
वुटू नाखणे मामार आवो रे
दारू पैसा ने ,दुरू भगाडो ( दारू – शराब, दुरू भगाडो –दूर भगाओ)
दीसरा मानसा, ने वात वताडो (दीसरा मानसा – दूसरे व्यक्ति, वात वताडो – यह बात बताओ)
मामार आवो मामार आवो
वुटू नाखणे मामार आवो
वारलो मानुसा ने वुटु आपो (वारलो मानुसा ने – अच्छे व्यक्ति को)
वुटु नाखणे मामार आवो रे

यह गीत इन आदिवासी बहुल इलाकों में काफी लोकप्रिय हो रहा है।