
Alirajpur high alert: 15 नवंबर को CM का दौरा – प्रशासन ने बनाया खास प्लान – हर चेहरे पर नजर
▪️राजेश जयंत▪️
ALIRAJPUR: प्रदेश के मुख्यमंत्री Dr. Mohan Yadav के 15 नवंबर को अलीराजपुर दौरे को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना है। 15 नवंबर को प्रातः 11:00 बजे मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव जिला मुख्यालय अलीराजपुर के कॉलेज ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल होंगे। इस दौरान वे भगवान बिरसा मुंडा और शहीद छितू किराड़ की प्रतिमाओं का अनावरण करेंगे तथा विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। यह आयोजन जनजातीय अस्मिता और बलिदान की भावना को समर्पित है।
मुख्यमंत्री जी का आगमन कई दृष्टियों से अहम माना जा रहा है। एक ओर स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं, तो दूसरी ओर प्रशासन हर छोटी-बड़ी स्थिति पर सतर्कता बरत रहा है ताकि किसी तरह की अव्यवस्था या विरोध की गुंजाइश न बचे। प्रशासन ने सुरक्षा, ट्रैफिक, पार्किंग, स्वागत और आम नागरिकों की सुविधा को लेकर एक व्यापक योजना तैयार की है। खुफिया तंत्र सक्रिय है और हर संभावित चुनौती को ध्यान में रखते हुए निरीक्षण, रिहर्सल और समन्वय लगातार जारी हैं। राजनीतिक हलचलों, सामाजिक संवेदनाओं और पर्यावरणीय मुद्दों को देखते हुए प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि मुख्यमंत्री का दौरा पूरी तरह सुचारू, शांतिपूर्ण और प्रभावशाली हो।

▪️Collector और SP के लिए प्रतिष्ठा और परीक्षा की घड़ी
Chief Minister डॉ. मोहन यादव का यह दौरा Collector नीतू माथुर और SP रघुवंश सिंह के लिए विशेष महत्व रखता है। दोनों ही अधिकारियों की नियुक्ति और तैनाती लगभग एक ही समय में हुई थी, और यह उनके लिए मुख्यमंत्री का पहला दौरा है। कहा जा सकता है कि ऐसे में यह दौरा केवल जिले की सुचारू व्यवस्था के लिए, बल्कि नवागत कलेक्टर और SP के नेतृत्व और समन्वय की कसौटी भी है। कलेक्टर जिले के प्रशासनिक मुखिया के रूप में पूरी योजना का समन्वय कर रही हैं, जबकि SP रघुवंश सिंह कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस बल का नेतृत्व कर रहे हैं। दोनों अधिकारी समन्वयपूर्वक, हर मोर्चे पर निरीक्षण और रिहर्सल करते हुए दौरे को सुरक्षित, सुचारू और प्रभावशाली बनाने में लगे हैं। अधिकारी स्तर पर पुलिस, नगरपालिका, राजस्व और जनसंपर्क विभाग सभी को उनके निर्देशों के अनुसार काम करने के लिए कहा गया है। साझा प्रयास स्पष्ट संदेश दे रहा है कि प्रशासनिक नेतृत्व और पुलिस कार्यक्षमता मिलकर सीएम साहब के कार्यक्रम को सफल बनाएंगे ।

▪️MLA और MP की सक्रियता, कांग्रेस की राजनीतिक हलचल
मुख्यमंत्री दौरे के दौरान अलीराजपुर के विधायक नागरसिंह चौहान, जो मध्य प्रदेश शासन में कैबिनेट मंत्री हैं, भी मुख्यालय पर अपनी सतत निगरानी और तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं। उनकी पत्नी और सांसद अनीता चौहान इस समय विदेश यात्रा पर हैं। इसी मुख्यालय पर दो महत्वपूर्ण नेताओं की उपस्थिति के बावजूद कांग्रेस भी पूरे दमखम के साथ शासन प्रशासन की नाक में दम किए रहती है।

▪️सोंडवा में कांग्रेस का कार्यक्रम- हर चेहरे पर नजर
मुख्यमंत्री के आलीराजपुर दौरे से पहले राजनीतिक हलचल जारी है। नर्मदा किनारे अतिक्रमण हटाने संबंधी वन विभाग के आदेश के विरोध स्वरूप कांग्रेस ने सोंडवा में कार्यक्रम आयोजित किया है, लेकिन प्रशासन ने अलीराजपुर में भी पूरी सतर्कता बरत रहा है। खुफिया तंत्र सक्रिय है और कहा जा सकता है कि हर चेहरे पर नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति या घटना की संभावना समाप्त की जा सके।

▪️VIP रोड पर हरियाली विवाद, प्रशासन ने किया तुरंत समाधान
मुख्यमंत्री के आगमन से पहले VIP रोड की सफाई और सौंदर्यीकरण के दौरान कुछ हरियाली हटाने से पर्यावरण प्रेमी और सामाजिक कार्यकर्ता नाराज़ हो गए थे। उन्होंने शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की थी। प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए इन लोगों से संवाद किया और तुरंत पौधारोपण कर समस्या का समाधान किया। कलेक्टर नीतू माथुर ने व्यक्तिगत रूप से इस मामले पर नज़र रखी और अधिकारियों को निर्देश दिए कि सौंदर्यीकरण के नाम पर प्राकृतिक संतुलन से समझौता न हो। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के दौरे के दौरान कोई शिकायत न करने का निर्णय लिया।

▪️कोशिश – कोई शिकवा न रहे
प्रशासन की कोशिश है कि मुख्यमंत्री के दौरे से पहले कोई भी शिकायत, विरोध या असंतोष का मुद्दा न उभरे। स्थानीय स्तर पर संभावित असंतोष के सभी बिंदुओं की पहचान कर उन्हें प्राथमिकता से दुरुस्त किया गया है- चाहे वह भूमि संबंधी मामला हो, नगर परिषद की सफाई व्यवस्था या पिछली योजनाओं की अधूरी स्थिति।

▪️पुलिस का विशेष ट्रैफिक और पार्किंग प्लान
मुख्यमंत्री के दौरे के दिन अलीराजपुर शहर में भीड़भाड़ से बचने के लिए पुलिस प्रशासन ने विस्तृत ट्रैफिक और पार्किंग योजना तैयार की है। कुल 11 प्रमुख पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिनमें अतिथियों और आम नागरिकों की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी।
▪️पार्किंग व्यवस्था▪️
➡️रानी महल (P-1A)- सभी दिशाओं से आने वाली बसों की पार्किंग।
➡️नवोदय स्कूल (P-1B)- सभी दिशाओं से आने वाले तूफान वाहनों की पार्किंग।
➡️DIET कार्यालय परिसर (P-2)- विभिन्न दिशाओं से आने वाले तूफान वाहनों के लिए।
➡️कलेक्टर कार्यालय परिसर (P-3)
गेट 1: आम्बुआ दिशा से आने वाले तूफान वाहन
गेट 2: केवल VIP वाहनों के लिए
➡️SAF बैरक के पीछे (P-4)- आम्बुआ दिशा से आने वाले वाहनों के लिए
➡️सोरवा नाका (P-5)- जब ऊपर के स्थल भर जाएं, तब चांदपुर, सोंडवा और सोरवा दिशा से आने वाले वाहनों को यहां पार्क किया जाएगा
➡️पंचेश्वर महादेव (P-6), कृषि मंडी (P-7), तीखी इमली (P-8)- नानपुर दिशा से आने वाले वाहनों के लिए आरक्षित
➡️टंकी ग्राउंड (P-9)- उमराली और सोंडवा दिशा से आने वाली बसों व तूफान वाहनों की पार्किंग
➡️SDOP कार्यालय परिसर, दाहोद नाका (P-11)- सभी प्रकार के वाहनों के लिए अतिरिक्त पार्किंग सुविधा
▪️भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
15 नवंबर को सुबह 7 बजे से अलीराजपुर नगर में सभी बड़े मालवाहक वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा।
▫️गुजरात दिशा से आने वाले वाहन चांदपुर में रुकेंगे
▫️कुक्षी दिशा से आने वाले वाहन नानपुर में
▫️आजादनगर और जोबट दिशा से आने वाले वाहन आम्बुआ में
▫️सोण्डवा और बखतगढ़ दिशा से आने वाले वाहन उमराली में
यह कदम शहर में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
▪️पुलिस की अपील- सहयोग करें
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल निर्धारित पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़े करें और यातायात व्यवस्था में सहयोग दें। सभी प्रमुख प्रवेश मार्गों पर पुलिस, SAF जवान और प्रशासनिक अधिकारी तैनात रहेंगे ताकि किसी को असुविधा न हो और कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हो सके।
▪️सुरक्षा और स्वागत- दोनों मोर्चों पर तैयारी
मुख्यमंत्री के दौरे के लिए नगर परिषद और जनसंपर्क विभाग स्वागत और मंच व्यवस्था को अंतिम रूप दे रहे हैं। कार्यक्रम स्थल के आसपास सफाई, विद्युत आपूर्ति और पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। CM के रूट पर सजावट, झंडे, बैनर और स्थानीय संस्कृति से जुड़ी झांकियों की भी तैयारी जारी है।
▪️निष्कर्ष और सुझाव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का अलीराजपुर दौरा न केवल प्रशासनिक दृष्टि से, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है। कलेक्टर नीतू माथुर के नेतृत्व में प्रशासन यह संदेश देना चाहता है कि जिला समन्वय, सजगता और अनुशासन के नए दौर में प्रवेश कर चुका है।
साथ ही, भविष्य के आयोजनों और जनसुविधा योजनाओं के लिए यह स्पष्ट संदेश है कि सभी विभागों को पूर्व-योजना, सतर्कता और संवाद के जरिए किसी भी विरोध या असुविधा से बचने का रास्ता अपनाना चाहिए। नागरिकों और संगठनो के सहयोग से ही प्रशासनिक कार्य प्रभावी बन सकता है।





