Bhopal : सोमवार से मध्य प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र (Winter Session) शुरू हो रहा है जो 5 दिन चलेगा। 15वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी गई थी। यह सत्र सोमवार 20 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलेगा। इस 5 दिन के सत्र में सदन की 5 बैठकें होंगी। इसमें महत्वपूर्ण सरकारी विधि और वित्तीय काम निपटाए जाएंगे। .
आज इस सत्र को लेकर सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) बुलाई गई। इसमें विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (Assembly Speaker Girish Gautam) ने कहा कि 22 दिसंबर का दिन सिर्फ नए विधायक और महिला विधायकों के लिए रखा गया है, जिसमें 25 विधायक शामिल हैं। सत्र के दिनों की संख्या सिर्फ केवल हल्ला करने के लिए नहीं होना चाहिए, हम सभी चाहते हैं विधानसभा ज़्यादा से ज़्यादा चलें। 6 महीने की जगह 3 महीने में विधानसभा बुलाना चाहिए। साल में विधानसभा 90 दिन चले तो बेहतर है। विपक्ष और सत्ता दल को नसीहत (Advice to the Opposition and Ruling Party) है कि यह प्लेटफॉर्म जनता से जुड़े मुद्दों के लिए है, पूरे समय विधानसभा चलना चाहिए।
कांग्रेस विधायक और विपक्ष के नेता कमलनाथ ने सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) के बाद कहा कि आज किसानों के सामने खाद का संकट है। पंचायत चुनाव में आरक्षण का मुद्दा है। हम विधानसभा में इस पर स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते हैं, क्या सरकार इस पर चर्चा करवाएगी।
जबकि, सरकार के प्रवक्ता और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) के बाद कहा कि सदन में प्रश्न जितने लिखित में होंगे, उनके उत्तर भी लिखित में आते हैं। इस तरह हम विधानसभा में समय की बचत का सकते हैं। इसके अलावा पूरक प्रश्न पूछकर भी समय को बचाया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पिछड़ों की बात करती है, फिर पिछड़ों का विरोध भी करती है। कांग्रेस का ये दोहरा चरित्र (Double Character) समझ नहीं आया। जिन्होंने याचिका लगाई है, वो कांग्रेस के सांसद हैं और प्रवक्ता भी हैं।
इन मुद्दों पर चर्चा संभव
इस सत्र में विधायकों के प्रश्नों के सवाल-जवाब के अलावा कई अहम मुद्दों पर चर्चा के आसार हैं। सरकार के प्रवक्ता और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा पहले ही यह कह चुके हैं कि इंदौर, भोपाल में लागू की गई कमिश्नर प्रणाली पर भी इस सत्र में चर्चा की जाएगी। यह भी माना जा रहा है कि कांग्रेस खाद समस्या और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। विधानसभा का शीतकालीन सत्र 5 दिन रखने पर भी कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस का कहना है विधानसभा सत्र की अवधि को बढ़ाया जाना चाहिए। सरकार जनता से जुड़े हुए मुद्दों पर चर्चा से भाग रही है।