All Premises Will be Closed : पहली अप्रैल से सभी शराब अहाते बंद, नई दुकान भी नहीं खुलेगी!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धार जिले के मनावर के समीप बालीपुरधाम में मंच से उन्होंने मंच से संबोधित करते कहा कि प्रदेश को नशे से मुक्त बनाना है। इसी के चलते उन्होंने निर्णय लिया है कि 1 अप्रैल से प्रदेश के सभी अहाते बंद करवा दिए जाएंगे। प्रदेश में अब कोई भी नई शराब दुकान भी नहीं खुलेगी।
मुख्यमंत्री सबसे पहले गजानंद महाराज के 103वें जन्म उत्सव में शामिल हुए। अंबिका धाम आश्रम में वे उनकी पत्नी साधना सिंह सहित पहुंचे और योगेश महाराज का आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे समारोह स्थल पर आए और नशा मुक्ति कार्यक्रम में शामिल हुए। शिवराज सिंह चौहान ने मंच से लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। इस दौरान उन्होंने मंच से बोलते हुए कहा कि नशा व्यक्ति का नाश कर देता है। इससे परिवार भी प्रभावित होता है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को नशे से मुक्त बनाना है। इसी के चलते उन्होंने बड़ा निर्णय लिया कि 1 अप्रैल से मध्य प्रदेश के सभी अहाते बंद करवा दिए जाएंगे। उन्होंने इस दौरान ‘लाडली बहना योजना’ के बारे में भी लोगों को विस्तार से बताया।
इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी, उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, रंजना बघेल, सांसद छतरसिंह दरबार सहित जिले के नेता, अधिकारी और बडी संख्या में मनावर क्षेत्र के लोग शामिल हुए। वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ‘पैसा एक्ट’ में तहत मोबाईल लाईजरों के साथ भी बातचीत की।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमने फैसला किया कि शराब की दुकान के साथ अहाते बने, बोतल खरीदो और वहीं पियो और पीकर डोलते, डालते, गिरते अपने घर की तरफ जाते है। नशा नाश की जड़ है, यह बुद्धि बिगाड़ती है और स्वास्थ्य खराब होता है। परिवार का वातावरण बिगड़ जाता है। इसलिए हमने तय किया भाईयो और बहनो कि 1 अप्रैल से सभी दारू पीने वाले अहाते बंद कर दिए जाएंगे।
तय किया गया कि कोई शराब की नई दुकान नहीं खुलेगी और यह भी तय किया कि शराब पीकर गाडी चलाने की जांच होगी। अगर तीन बार पकड़ लिया जाए तो पहली बार लाइसेंस रद्द करेंगे, दूसरी बार लाइसेंस रद्द करेंगे, लेकिन तीसरे बार पकडने पर जिंदगीभर गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मन में विचार आया कि मैं बेटा, बेटियों का तो मामा हूँ, अब सावन के महीने में जब सगा भाई आता है तो आपको घर ले जाता है, जब राखी के टाइम आता है तो भाई बहनों को उपहार देता है साल में एक बार। मेरे मन में भी विचार आया कि जितनी गरीब बहने है जिनकी आमदानी सालभर में ढाई लाख रूपया है या 5 एकड़ से कम हो, किसान हो तो उनके परिवार में मेरी बहने है उनके खाते में एक हजार रुपए हर महीने डालूंगा।