Allegations Against Jeetu Patwari : भाजपा नेता का आरोप, अक्षय बम कांड की पटकथा जीतू पटवारी ने लिखी! 

गोविंद मालू ने कहा 'कांग्रेस उम्मीदवार और डमी का चयन भाजपा ने तो नहीं किया!

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Allegations Against Jeetu Patwari : भाजपा नेता का आरोप, अक्षय बम कांड की पटकथा जीतू पटवारी ने लिखी! 

Indore : कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार की नाम वापसी में भाजपा को कोसने और घड़ियाली आंसू बहाने वाले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ही असल में वो व्यक्ति जिन्होंने अक्षय बम के भाजपा में जाने की पटकथा लिखी। इस घटनाक्रम के असल किरदार तो जीतू पटवारी खुद हैं। कांग्रेस के नेता भी प्रदेश अध्यक्ष को ही इस पटकथा लेखक और निर्देशक बता रहे हैं।

खनिज विकास निगम के पूर्व उपाध्यक्ष व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता गोविंद मालू ने कहा कि क्या यह सही नहीं है कि जीतू पटवारी ने खुद के चुनाव लड़ने से बचने के लिए यह साजिश रची? क्योंकि, वे लाखों वोटों की हार की कालिख खुद पर लगने से बचना चाहते थे। मालू ने एक बयान में जीतू पटवारी द्वारा अपने नेता राहुल गांधी के सुमित्रा महाजन का नाम लेकर उल्लेख करने पर तीखा वार किया। उन्होंने कहा कि ये घर का कैसा मुखिया है, जिसके सामने घर का सदस्य खुद चला जाए और आरोप दूसरे पर लगाए।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने तीस हजार से ज्यादा वोटों से विधानसभा चुनाव हारने वाले को प्रदेश की फ्रेंचाइजी सौंपी, तो यह होना ही था। उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ता की बात नहीं मानी, जनता से पूछा नहीं और अब भाजपा के नाम का स्यापा काट रहे हैं। भाजपा के दरवाजे पर कोई आएगा तो भाजपा उसे स्वीकार करेगी। मालू ने कहा कि राहुल गांधी को इंदौर की पटकथा की स्क्रिप्ट प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पहले ही बता दी थी। पता चला कि राहुल गांधी ने जीतू पटवारी को लताड़ा भी, लेकिन अब वे ‘ताई’ का नाम लेकर असली बात पर पर्दा डालना चाहते हैं।

मालू ने कहा कि आज भाजपा पर आरोप लगाने वाले और ‘ताई’ का नाम लेकर शुचिता की दुहाई देने वाले पटवारी यह बताएं कि अक्षय बम क्या भाजपा की पसंद का उम्मीदवार था या पटवारी की पहली पसंद का चयन था? क्या डमी उम्मीदवार खड़ा करने में जानबूझकर तकनीकी त्रुटि जीतू ने नहीं करवाई? इसलिए कि वे खुद चाहते थे कि इंदौर की सीट खाली रहे। भाजपा पर आरोप लगाने वाले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष को खुद के इस अपराध जिसकी की कांग्रेस नेता मुखर रूप से उन पर आरोप लगा रहे हैं, उन्हे अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।