Alok Chatterjee Death : विख्यात रंगकर्मी और MPSD के पूर्व डायरेक्टर आलोक चटर्जी का निधन!
Bhopal : जाने-माने स्टेज आर्टिस्ट, नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के गोल्ड मेडलिस्ट और मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक आलोक चटर्जी का आज तड़के निधन हो गय। निधन की पुष्टि आलोक चटर्जी की पत्नी शोभा चटर्जी ने की। बताया गया कि आलोक चटर्जी लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। उनके शरीर में इन्फेक्शन फैल गया था। इसके अलावा उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। इस वजह से उनका निधन हुआ।
वे कई बीमारियों से जूझ रहे थे। उनका गॉलब्लैडर भी निकाल दिया गया था। किडनी पैंक्रियाज में भी समस्याएं थीं। कल रात उनकी तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ गई और उन्हें बंसल हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। बीती रात उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी अंतिम यात्रा उनके निवास -B-13 फाईन कैम्पस, कोलार रोड से दोपहर 1:30 से 2 बजे के बीच भदभदा विश्राम घाट की ओर रवाना होगी।
दमोह के रहने वाले रंगकर्मी आलोक चटर्जी ने कई मशहूर नाटकों में हिस्सा लिया। विलियम शेक्सपियर के नाटक ‘ए मिड समर नाइट्स ड्रीम’ का निर्देशन उन्होंने ही किया था। इसके अलावा आर्थर मिलर के नाटक ‘डेथ ऑफ सेल्समैन’ का निर्देशन करने साथ ही उसमें अभिनय भी किया था. विष्णु वामन शिरवाडकर का मशहूर नाटक ‘नट सम्राट’ में उनका अभिनय काफी सराहनीय रहा, वहीं ‘शकुंतला की अंगूठी’, ‘स्वामी विवेकानंद’, और ‘अनकहे अफसाने’ उनके प्रमुख नाटकों में शामिल हैं।
अभिनेता ओमपुरी के बाद वे दूसरे ऐसे कलाकार हैं, जिन्हें एनएसडी से गोल्ड मेडलिस्ट से सम्मानित किया गया था। दमोह में कक्षा 8वीं तक पढ़ाई करने के बाद चटर्जी जबलपुर चले गए और वहां से भोपाल में शिफ्ट हो गए। उसके बाद में नई दिल्ली से एनएसडी की ड्रिगी प्राप्त की थी। वह प्रसिद्ध अभिनेता इरफान खान के क्लासमेट रहे हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि मैं रंगकर्मी बनने दिल्ली एनएसडी गया था। यदि फिल्मों में जाना होता तो फिल्म इंस्टीट्यूट पुणे में दाखिला लेता। मैं रंगकर्म के लिए अपनी जीवन जी रहा हूं। मैंने एनएसडी का नमक खाया है, जिससे रंगकर्म मेरे खून मेें है। मैं मंडी में बिकने वाला रंगकर्मी नहीं हूं। उनके निधन पर कई रंगकर्मियों ने दुख व्यक्त किया।
ये सम्मान हैं उनके नाम
सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से आलोक चटर्जी को गोल्ड मेडल मिला था. भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उन्हें वर्ष 2019 के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था. रंगमंच के क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे आलोक चटर्जी को मध्य प्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा का डायरेक्टर बनाया गया था।