वरिष्ठ पत्रकार डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
भोपाल। शिवपुरी जिले के कोलारस अनुविभाग के बेरखेड़ी गांव में बीते माह समय पर 108 एम्बुलेंस न पहुंचने के कारण एक प्रसूता की दर्दनाक मौत हो गयी।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन द्वारा इस पर संज्ञान लिया। शिवपुरी कलेक्टर एवं जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तलब करते हुए एक माह में जवाब मांगा है।
शिवपुरी जिले के बेरखेड़ी गांव के श्री बलवंत आदिवासी की पत्नी श्रीमती सोमवती गर्भवती थी। उसको सुबह ही प्रसव पीड़ा होने लगी तो उसने अपने पति बलवंत को यह बात बताई। बलवंत ने एम्बुलेंस के लिये 108 नंबर पर कई बार काॅल किये, लेकिन एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची, इसके बाद बलवंत ने डायल 100 को भी काॅल किया, लेकिन वह भी गांव में नहीं आई। दोनों प्रकार की तत्पर सहायता न मिलने के चलते प्रसूता की गांव में ही तड़प-तड़पकर दर्दनाक मौत हो गई।
मामले में सीएमएचओ, शिवपुरी का कहना है कि मृतिका के पति द्वारा 108 एम्बुलेंस को फोन पर सूचना दी गई थी, लेकिन एम्बुलेंस बेरखेडी की जगह किसी दूसरे गांव बरखेडी पहुंच गयी थी। संबंधित 108 एम्बुलेंस के चालक को नोटिस जारी कर दिया गया है।
इस गंभीर मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, शिवपुरी से एक माह में जवाब तलब कर पूछा है कि ऐसा क्यूं और कैसे हुआ?