जबलपुर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को जबलपुर में गोंडवाना साम्राज्य के अमर शहीद शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद राकेश सिंह की जमकर तारीफ की। ये तारीफ सामान्य थी या इसके पीछे कोई राजनीतिक संकेत था, इसे समझा जा रहा है। लेकिन, गृह मंत्री के जबलपुर दौरे के बाद से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सक्रियता में तेजी आ गई। वे गुड़ गवर्नेंस पर सबसे ज्यादा फोकस भी कर रहे हैं। बलिदान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में अमित शाह ने इस आयोजन को लेकर राकेश सिंह की तारीफ करते हुए कहा था ‘जिनके निमंत्रण पर मैं यहां आया हूं और जो सही मायने में नेतृत्व कर रहे हैं, हमारे राकेश सिंहजी।’
उत्तराखंड, कर्नाटक और फिर गुजरात में मुख्यमंत्री बदलकर भाजपा ने इस बहाने स्पष्ट संदेश दिया कि अगर उन्होंने सही परफॉर्म नहीं किया तो उन्हें जाना पड़ेगा। मध्य प्रदेश में फिलहाल शिवराज सिंह चौहान पर ऐसा कोई संकट दिखाई नहीं दे रहा, पर राकेश सिंह की जिस तरह तारीफ की गई, उससे सबका चौंकना स्वाभाविक है। अमित शाह ने शिवराज की मौजूदगी में सांसद राकेश सिंह की तारीफ की, जिससे मुख्यमंत्री पर दबाव बढ़ा है। वे राज्य के अधिकारियों को लगातार प्रदेश को ‘गुड गवर्नेंस’ के मॉडल के तौर पर स्थापित करने की हिदायत दे रहे हैं। अमित शाह 18 सितंबर को जबलपुर पहुंचे थे। इसके एक दिन बाद ही शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल से मुलाकात की। इस मुलाकात को कांग्रेस नेताओं ने ‘असामान्य’ तक बता दिया। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक राज्य में विकास संबंधी योजनाओं पर चर्चा के लिए की गई थी।
सोमवार को शिवराज सिंह ने IAS और IPS अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं अधिकारियों को उनके काम के आधार पर आकूंगा। हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनानी होगी। राज्य को गुड गवर्नेंस का मॉडल बनाना चाहिए और अपनी ड्यूटी न निभा पाने वाले हर अधिकारी को सजा दी जाएगी। शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से माफियाओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने को कहा।