
अमित शाह की नसीहत का विधायकों पर कोई असर नहीं,लगातार सामने आ रहेजनप्रतिनिधियों और अफसरों के विवाद
भोपाल:पचमढ़ी में दो महीने पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दी गई नसीहत भी प्रदेश में भाजपा से जुड़े कुछ जनप्रतिनिधियों का व्यवहार संयमित नहीं कर पाया है। प्रदेश में आए दिन जनप्रतिनिधियों की अफसरों से टकराव की खबर लगातार सामने आ रही है। हाल ही में भिंड के विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह का भी अनियंत्रित व्यवहार सामने आया है। जिसमें वे कलेक्टर संजीव श्रीवास्वत पर मुट्ठी तानते हुए नजर आ रहे हैं। इससे पहले भी भाजपा के कई विधायकों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से विवाद सामने आ चुके हैं। इसमें डिंडौरी विधायक एवं पूर्व मंत्री ने भी कलेक्टर को खरीखोटी सुनाई। जनप्रतिनिधियों और अफसरों के बीच हो रही घटनाएं यह सवाल भी खड़ा कर रही है कि जिलों में ब्यूरोक्रेसी को सत्ताधारी दल से जुड़े लोगों के बीच तालमेल नहीं बैठ पा रहा है।
धुर्वे ने कलेक्टर नेहा मारव्या पर लगाए आरोप
डिंडौरी जिले में विधायक ओमप्र्रकाश धुर्वे और कलेक्टर के बीच तनातनी चल रही है। हाल ही में जनसुनवाई के दौरान ही उन्होंने कलेक्टर पर आरोप लगा दिए कि इनको मुर्गा और बकरा खाने के लिए यहां नहीं भेजा है। दरअसल जनजातीय कार्य विभाग के सैकड़ों शिक्षकों और छात्रावास अधीक्षकों के तबादले किए गए। इससे भाजपा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे नाराज बताए जाते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर नेहा मारव्या ने इन तबादलों में नियमों की अनदेखी की। विधायक के विरोध और कोर्ट में मामला जाने के बाद सरकार ने इन तबादलों पर रोक भी लगा दी। यहीं नहीं विधायक ने कलेक्टर पर आदिवासी लोगों की जनसुनवाई में सुनवाई नहीं करने और उनको भटकाने के आरोप लगाए। साथ ही कहा कि कलेक्टर विकास के कोई काम नहीं कर रही हैं।
*एसपी पर भी लगे मनमानी से तबादले करने के आरोप*
गुना जिले की चाचौड़ा से भाजपा विधायक प्रियंका पेंची ने पुलिस अधीक्षक अंकित सोनी पर तबादले करने में उनकी राय नहीं लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि एसपी अपनी मनमानी कर रहे हैं। जिले में अपनी मनमर्जी से तबादले कर रहे हैं, जनप्रतिनिधि होने के नाते उनकी राय तक नहीं ली जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उलटे उनको मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है। बाद में उन्होंने मानसिक प्रताड़ना की बात से इंकार कर दिया था और विपक्ष पर उनके मामले को बड़ा चढ़ाकर बताने का आरोप लगाया था।
*भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का लगाया आरोप*
पिछोर से भाजपा विधायक प्रीतम लोधी ने शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने उन पर भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने एसपी पर एक जाति विशेष के लोगों के पक्ष में काम करने का भी आरोप लगाया। विधायक ने एसपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके फोन की टैपिंग भी एसपी करा रहे हैं। उन्होंने यहां तक कहा था कि जब जब एसपी पिछोर आएंगे उनको काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाएगा।
*मऊगंज के विधायक भी रहे चर्चित*
विवादों में मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल भी चर्चित रहें हैं। इसी साल अप्रैल में वे थाने में गिरफ्तारी देने के लिए पहुंच गए थे। उनका यहां के थाना प्रभारी से लव जेहाद के एक मामले को लेकर विवाद हो गया था। जिस पर उन्होंने आरोप लगाया था कि थाना प्रभारी ने उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दी है।
*पचमढ़ी का प्रशिक्षण भी नहीं आ रहा काम*
भाजपा ने अपने नेताओं और जनप्रतिनिधियों के बयान और जनता के बीच आचरण को लेकर पचमढ़ी में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया था। जून महीने में आयोजित हुए इस शिविर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शामिल हुए थे। उन्होंने पार्टी के मंत्री, विधायक, सांसदों और संगठन के पदाधिकारियों और जिम्मेदार पदों पर बैठे नेताओं को अपने आचरण और वक्तव्यों में सावधानी रखने की सीख दी थी। इसके बाद भी लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।




