An Example of Humanity : रतलाम में 3 घंटे में 2 नेत्रदान, 4 लोगों के जीवन में आएगा उजियारा!

652

An Example of Humanity : रतलाम में 3 घंटे में 2 नेत्रदान, 4 लोगों के जीवन में आएगा उजियारा!

Ratlam : नेत्रम संस्था के सदस्यों की सक्रियता से रतलाम जिले में नेत्रदान का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा हैं। नेत्रम संस्था द्वारा पहला नेत्रदान शहर के हाटीराम दरवाजा निवासी स्वर्गीय पिच्चा के सुपुत्र प्रकाशचंद्र पिच्चा के निधन होने पर प्रकाशचंद्र के सुपुत्र कार्तिक को समाजसेवी ओमप्रकाश अग्रवाल एवं चेतन पावेचा ने नेत्रदान हेतु प्रेरित किया दोनों की प्रेरणा से कार्तिक और परिजन सहमत हुए।

दुसरा नेत्रदान शहर के रामगढ़ स्थित चौडावास निवासी स्वर्गीय सागरमल मूणत के सुपुत्र मणीलाल मूणत के निधन होने पर मृतक के भाई भंवरलाल, भतीजे अशोक, सुभाष तथा पोत्र मयंक एवं विपुल सहित परिजनों को समाजसेवी कमल मल्लहारा, शुभम मूणत, यशवंत पावेचा तथा हर्षेंदु भरगट की प्रेरणा से नेत्रदान की सहमति प्रदान की गई। इन दोनों मृतकों के परिजनों की सहमति मिलते ही नेत्रम संस्था द्वारा बड़नगर गीता भवन न्यास के ट्रस्टी एवं नेत्रदान प्रभारी डॉ जीएल ददरवाल को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही डॉक्टर अपनी टीम के भावेश तलाच एवं परमानन्द राठौड़ के साथ रतलाम पहुंचे और नेत्रदान की प्रक्रिया शुरू करते हुए दोनों मृतकों के कार्निया संग्रहित किए।नेत्रदान संस्था के संस्थापक हेमन्त मूणत ने बताया कि नेत्रदान के पश्चात दोनों मृतकों के परिजनों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया और परिजनों द्वारा मानवीयता का उदाहरण दिया उसके लिए उनका आभार व्यक्त किया गया। मौके पर हेमन्त मूणत, ओमप्रकाश अग्रवाल, भगवान ढलवानी, सुशील माथुर, सुशील मीनू माथुर, गोपाल पतरावाला, राजेन्द्र कुमार बम, चंद्रकुमार पावेचा, उमेश पावेचा सहित गणमान्यजन मौजूद थे!