

Anand Mohan Mathur Passed Away : जाने-माने कानूनविद और अधिवक्ता आंनद मोहन माथुर का 95 वर्ष की उम्र में निधन!
Indore : प्रख्यात कानूनविद, अधिवक्ता, वरिष्ठ समाज सेवी आनंद मोहन माथुर का आज सुबह लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनकी उम्र 95 वर्ष से अधिक थी। उनकी शवयात्रा कल रविवार 23 मार्च सुबह 11 बजे निवास स्थान 14-बी रतलाम कोठी से रामबाग मुक्ति धाम जाएगी। इस उम्र में भी उनका जज्बा, जुनून और अनोखापन कायम था। वे वकालत के साथ-साथ सामाजिक कार्यक्रमों में भी आगे रहते थे।
वे अन्याय के खिलाफ कोर्ट से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ने में पीछे नहीं रहते थे। अपने जीवन में भी माथुर ने कम संघर्ष नहीं किया। आजादी से पहले उन्होंने किशोरावस्था में ही अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की थी, जिसका खामियाजा उनके परिवार को भुगतना पड़ा था। समय आने पर उन्हें मालवा मिल में बदली मजदूर के रूप में भी काम करना पड़ा था। उन्होंने कॉलेज में अध्यापन कार्य भी किया और अपनी स्थिति के कारण उन्होंने डॉक्टर बनने के बजाए वकील बनने का निर्णय लिया।
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इंदौर के सांस्कृतिक और साहित्यिक परिदृश्य में उनकी उपस्थिति महत्वपूर्ण रही। इंदौर में प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना में उनकी प्रमुख भूमिका थी। उन्होंने नाटक भी लिखे और रंगमंच पर भी काम किया। उन्होंने संगीत की साधना भी की और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कानूनी विशेषज्ञ के तौर पर भारत का नेतृत्व भी किया।
हिंदी और अंग्रेजी के अलावा माथुर मराठी, गुजराती, बंगाली, पंजाबी और उर्दू भाषा भी जानते हैं। जब वे मराठी बोलते हैं तो किसी को यह अहसास नहीं होता कि मराठी उनकी मातृभाषा नहीं है। गुजराती और बंगाली भाषा बोलते समय भी यही स्थिति होती थी।
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